ध्यान लगाने फिर विपश्यना जाएंगे केजरीवाल, राजकाज से रहेंगे दूर
सीएम केजरीवाल विपश्यना के दौरान ना तो अखबार पढ़ सकेंगे और ना ही टेलिविजन या फिर किसी भी तरह की मीडिया का इस्तेमाल ही कर सकेंगे। ...और पढ़ें

नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 सितंबर को महाराष्ट्र जाएंगे यहां वो 10 दिनों तक चलने वाले विपश्यना सत्र में शामिल होंगे। इससे पहले केजरीवाल 10 दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश के धर्मकोट स्थित विपश्यना ध्यान केंद्र में गए थे।
विपश्यना के नियमों के अनुसार इन दस दिनों में केजरीवाल को किसी से भी बातचीत की इजाजत नहीं होगी। नियमों के तहत ध्यान केंद्र में आने वाले हर व्यक्ति को अपना मोबाइल भी पूरी तरह से बंद रखना होता है। 10 दिवसीय आवासीय शिविर में अपने प्रशिक्षक से थोड़ी बहुत बातचीत करने की इजाजत मिलती है।
जानकारी के मुताबिक सीएम केजरीवाल वहां ना तो अखबार पढ़ सकेंगे और ना ही टेलिविजन या फिर किसी भी तरह की मीडिया का इस्तेमाल ही कर सकेंगे। केजरीवाल की गैर मौजूदगी में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया प्रभार संभालेंगे। केजरीवाल लंबे समय से विपश्यना करते आ रहे हैं।

मालूम हो कि विपश्यना ध्यान करने की सबसे प्राचीन भारतीय तकनीकों में से एक है। यह बौद्द संस्कृति का हिस्सा मानी जाती है। विपश्यना आत्म निरीक्षण द्वारा आत्म शुद्धि की अत्यंत पुरातन साधना-विधि है। जो जैसा है, उसे ठीक वैसा ही देखना-समझना विपश्यना है। दावा किया जाता है कि यह पूरी तरह से वैज्ञानिक प्रणाली है, जिसे अपनाकर आत्म शुद्धि की जा सकती है। माना जाता है कि ये साधना पद्धति लगभग 2600 वर्ष पुरानी है।

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