गहरे सदमे से गुजर रही कश्मीरी छात्रा, सही से नहीं कर पा रही बात; जामिया यूनिवर्सिटी में हुई थी छेड़खानी
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की कैंटीन में काम करने वाले रसोइए को एक कश्मीरी छात्रा से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना ...और पढ़ें

मुहम्मद रईस, दक्षिणी दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर आठ के पास छेड़खानी और मारपीट की घटना को लेकर पीड़ित छात्रा गहरे सदमे में है। अतिसुरक्षित माने जाने वाले परिक्षेत्र में इस तरह की घटना को लेकर छात्र संगठन भी आक्रोश में हैं।
पीड़ित छात्रा मेंटल ट्रॉमा से गुजर रही है। घबराहट और डर के चलते वह सही से बात नहीं कर पा रही है। विवि की ओर से लगाकर उसकी काउंसलिंग कराई जा रही है, ताकि उसे मानसिक आघात से उबारा जा सके। घटना के बाद से विवि में सुरक्षा-व्यस्था बढ़ा दी गई है।
गर्ल्स हॉस्टल की मेस में काम कर चुका है आरोपित
सुरक्षाकर्मियों ने 27 अप्रैल की रात ही आरोपित को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। आरोपित की पहचान आबिद निवासी गांव भैसी, जिला नूंह (पहले मेवात) हरियाणा के रूप में हुई है। पीड़िता की शिकायत पर सोमवार को जामिया नगर थाने में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक आरोपित जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्थित जे एंड के गर्ल्स हॉस्टल की मेस में बतौर रसोइया काम करता है। वहीं विवि प्रशासन का दावा है कि मेस का संचालन ठेके पर होता है। आरोपित यहां वर्तमान में किसी भी रूप में कार्यरत नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 27 अप्रैल की रात 9.30 बजे जामिया के गेट नंबर आठ के बाहर एक लड़की के साथ छेड़खानी की घटना होने की कॉल जामिया नगर थाने को आई। जम्मू एंड कश्मीर निवासी छात्रा ओखला गांव में किराए के रूम में रहती है। रात में लाइब्रेरी आ रही थी। गेट नंबर आठ के पास फुटपाथ पर चलने के दौरान आरोपित आबिद ने छेड़छाड़ की।
छात्रों व सुरक्षाकर्मियों ने उसे मौके से ही दबोच लिया और मौके पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया। रात के समय पीड़ित छात्रा बयान देने की स्थिति में नहीं थी। सुबह उसके बयान के आधार पर धारा 74/75 बीएनएस (354/354-ए आइपीसी) के तहत एफआइआर दर्ज कर आरोपित आबिद को गिरफ्तार किया गया।
छात्राओं के खिलाफ हिंसा को लेकर जीरो टॉलरेंस: जामिया
जामिया प्रशासन का कहना है कि छेड़छाड़ की इस बेहद अस्वीकार्य घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है। कुलपति, रजिस्ट्रार, सुरक्षा सलाहकार, चीफ प्राक्टर रात से ही स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। परिसर में मौजूद छात्रों, खासकर छात्राओं को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के लिए नियमित निरीक्षण भी कर रहे हैं।
आरोपित गिरफ्तार हो चुका है। सुरक्षा सलाहकार और जामिया के मुख्य प्राक्टर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को लेकर पुलिस का हर संभव सहयोग कर रहे हैं।
छात्रा जिस विभाग में पढ़ रही है, उसके संकाय सदस्यों की ओर से उसकी काउंसलिंग कराई जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्राओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा के प्रति ‘जीरो-टॉलरेंस’ की नीति रखता है।
पारदर्शी जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग
घटना की सूचना मिलते है जामिया के छात्र गेट नंबर आठ के पास जमा हो गए। नारेबाजी कर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस व विवि प्रशासन ने छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया था। वहीं सोमवार को जामिया आइसा ने विज्ञप्ति जारी कर घटना को सुरक्षा में गंभीर चूक माना है।
भारी सैन्य सुरक्षा वाला क्षेत्र होने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों और विश्वविद्यालय समुदाय के अन्य सदस्यों को परिसर में सुरक्षित रखने की अपनी जिम्मेदारी में बार-बार और पूरी तरह से विफल रहने का आरोप लगाया। इसके साथ ही घटना की तत्काल और पारदर्शी जांच, अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और कार्रवाई करने में विफल रहने वाले सुरक्षा कर्मचारियों को जवाबदेह ठहराने की मांग की।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।