Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rapid Metro News: एक साल बाद दिल्ली से मेरठ का सफर सिर्फ 1 घंटे में होगा पूरा, पढ़िये प्रोजेक्ट से जुड़ा ताजा अपडेट

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Fri, 18 Feb 2022 10:35 AM (IST)

    दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर रैपिड रेल कारिडोर के निर्माण को राजधानी दिल्ली की पहली लांचिंग गैंट्री (तारिणी) न्यू अशोक नगर स्टेशन की साइट पर तैयार कर ली गई है। इसे इस स्टेशन के पास बने पिलरों पर स्थापित किया गया है।

    Hero Image
    एक साल बाद दिल्ली से मेरठ का सफर सिर्फ 1 घंटे में होगा पूरा, पढ़िये प्रोजेक्ट से जुड़ा ताजा अपडेट

    नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल कारिडोर का काम तेजी से जारी है। अगले साल से रैपिड रेल दुहाई से साहिबाबाद स्टेशन के बीच रफ्तार भी भरने लगेगी। देश की पहली रीजनल ट्रांजिट रैपिड रेल 2023 से चलनी शुरू हो जाएगी।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये रेल सबसे पहले दुहाई से साहिबाबाद स्टेशन के बीच चलने लगेगी। इससे पहले अगले कुछ महीनों के दौरान इसका ट्रायल रन भी शुरू हो जाएगा। इस बीच काम तेजी से चलने के बीच दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर रैपिड रेल कारिडोर के निर्माण को राजधानी दिल्ली की पहली लांचिंग गैंट्री (तारिणी) न्यू अशोक नगर स्टेशन की साइट पर तैयार कर ली गई है। इसे इस स्टेशन के पास बने पिलरों पर स्थापित किया गया है। यह गैंट्री रीजनल रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर के एलिवेटेड हिस्से का निर्माण करेगी। न्यू अशोक नगर में आरआरटीएस कारिडोर के पिलर बनाने का काम प्रगति पर है। यहां निर्मित पिलर की ऊंचाई 6.5 मीटर है। पूरे खंड पर पिलर्स की औसत ऊंचाई 5.6 मीटर से लेकर 17 मीटर तक की होगी। यहां पर आरआरटीएस कारिडोर के वायाडक्ट के कुछ स्पैन भी बनाए जा चुके हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यहां पर बता दें कि नई लांचिंग गैंट्री के तैयार होने के साथ ही अब दिल्ली में एलिवेटेड कारिडोर के वायाडक्ट का निर्माण कार्य तेजी से हो सकेगा। लां¨चग गैंट्री एक विशालकाय मशीन होती है जो एलिवेटेड कारिडोर के निर्माण के लिए गार्डर के विभिन्न सेगमेंट को उठाने के साथ साथ उसे आपस में जोड़ती भी है। गार्डर के सेग्मेंट्स को कास्टिंग यार्ड से बड़े बड़े ट्रकों में साइट पर लाया जाता है और लांचिंग गैंट्री की मदद से एक एक करके आपस में जोड़ा जाता है। यह वायाडक्ट के निर्माण के साथ साथ आगे बढ़ती जाती है। आरआरटीएस का एलिवेटेड वायाडक्ट इस तकनीक का उपयोग करके पहले से ही बनाया जा रहा है और अब तक लगभग 17 किलोमीटर का वायाडक्ट बनाया जा चुका है। इस जटिल परियोजना के लिए अभिनव तरीके से प्री-कास्टिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है जिसमें कुछ प्रकार की संरचनाएं देश में पहली बार ऐसी जटिल परियोजना के लिए प्री-कास्ट की जा रही हैं।

    बता दें कि एलिवेटेड आरआरटीएस सेक्शन के दिल्ली का भाग सराय काले खां स्टेशन से शुरू होता है और मौजूदा बारापुला फ्लाईओवर के ऊपर से गुजरकर यमुना नदी को पार करते हुए न्यू अशोक नगर स्टेशन तक पहुंचता है। यमुना नदी को पार करने के लिए आरआरटीएस का पहला पुल डीएनडी फ्लाई-वे के लगभग समानांतर निर्माणाधीन है। न्यू अशोक नगर से कोंडली के बीच पिलर बनाने का कार्य भी जोरों से चल रहा है। दिल्ली में लगभग नौ किलोमीटर लंबा आरआरटीएस का एलिवेटेड कारिडोर है। एनसीआर परिवहन निगम द्वारा तैयार की गई दिल्ली की यह पहली लांचिंग गैंट्री पूरे कारिडोर की 22वीं लांचिंग गैंट्री है।  

    comedy show banner
    comedy show banner