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    JNU Admission 2025: जेएनयू ने दो पाठ्यक्रमों के लिए फिर शुरू की अपनी प्रवेश परीक्षा, शेष में सीयूईटी से ही दाखिला

    Updated: Wed, 02 Jul 2025 07:42 AM (IST)

    जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने कोरियन और सिनेमा स्टडीज में एडमिशन के लिए फिर से जेएनयूईई आयोजित करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार डीन ने इस फैसले को स्वीकार किया है। पीएचडी और पीजी की अधिकतर सीटें पहले ही भर चुकी हैं। जेएनयू प्रशासन का कहना है कि सीयूईटी और नेट-जेआरएफ जैसी राष्ट्रीय परीक्षाएं अधिक समावेशी हैं।

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    जेएनयू ने दो पाठ्यक्रमों के लिए फिरअपनी प्रवेश परीक्षा शुरू करेगा।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने अपने दो विशेष अकादमिक कार्यक्रमों के लिए फिर से अपनी प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) आयोजित करने का निर्णय लिया है। स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज (एसएलएल एंड सीएस) के अंतर्गत कोरियन स्टडीज प्रोग्राम और स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स (एसएए) के अंतर्गत सिनेमा स्टडीज प्रोग्राम में प्रवेश जेएनयूईई के जरिये होंगे।

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    विश्वविद्यालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, “सभी डीन ने इस प्रक्रिया को स्वीकार किया है और इस पर हस्ताक्षर भी किए हैं। यह निर्णय उनका स्वयं का है, न कि कुलपति या प्रशासन का। प्रशासन ने कहा है कि हमारा ढांचा विकेन्द्रीकृत और लोकतांत्रिक है।

    सूत्रों ने बताया कि पीएचडी सीटें पहले ही निर्धारित संख्या से अधिक भरी हुई हैं और पहले दौर में 90 प्रतिशत परास्नातक (पीजी) सीटें भी भर चुकी हैं। सीयूईटी और नेट- जेआरएफ जैसे परीक्षा के राष्ट्रीय मंत्र अधिक समावेशी हैं। हमें सभी राज्यों और समाज के विभिन्न वर्गों के छात्रों से अच्छा प्रतिसाद मिला है।

    जेएनयू प्रशासन ने कहा कि पहले जेएनयूईई लगभग 80 केंद्रों पर आयोजित होती थी, जबकि नेट-जेआरएफ परीक्षा 200 से अधिक केंद्रों पर और सीयूईटी लगभग 500 केंद्रों पर हो रही है। जेएनयू का प्रकाशन रिकार्ड हर साल पांच प्रतिशत बढ़ रहा है। नेट/जेआरएफ और सीयूईटी अधिक समावेशी, समान अवसर देने वाले और राष्ट्रीय मंच हैं, जिनमें किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव नहीं होता।

    दोनों कार्यक्रम में नहीं होता नेट

    विशेषज्ञों का मानना है कि जेएनयू द्वारा केवल दो केंद्रों के लिए जेएनयूईई बहाल करना यह दर्शाता है कि विश्वविद्यालय अपने पुराने माडल और नई राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा व्यवस्था (सीयूईटी, नेट- जेआरएफ) के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है।

    हालांकि, जेएनयू के एक अधिकारी ने कहा, दोनों कार्यक्रमों में नेट परीक्षा नहीं होती, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। सूत्रों ने कहा, प्रशासन छात्रों के प्रवेश के लिए सभी विकल्पों के लिए खुला है। हम संकाय, केंद्राध्यक्षों और डीन द्वारा लिए गए निर्णयों का सम्मान करते हैं।