रंगकर्मी दानिश इकबाल ने कहा- युवा मन में हरारत की खुराक है जश्न-ए-रेख्ता

मैं तीन साल से मुहब्बत की शायरी आयोजन कर रहा हूं। बस हर बार इसकी अलग थीम होती है।