जामिया मिल्लिया इस्लामिया में तीन नए सिलेबस की पढ़ाई शुरू, जर्मन और जापानी समेत ये सब्जेक्ट शामिल
जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने सत्र 2025-26 के लिए तीन नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं जिनमें जर्मन और जापानी अध्ययन में बीए ऑनर्स और बाल मार्गदर्शन एवं परामर्श में डिप्लोमा शामिल हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इन स्व-वित्त पोषित पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को वैश्विक कौशल प्रदान करना है। आवेदन 6 सितंबर तक और प्रवेश परीक्षा 14 सितंबर को होगी।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए तीन नए पाठ्यक्रमों की घोषणा की है। इन तीनों पाठ्यक्रमों - जर्मन अध्ययन के लिए एफवाईयूजीपी (स्व-वित्त), जापानी अध्ययन के लिए एफवाईयूजीपी (स्व-वित्त) और बाल मार्गदर्शन एवं परामर्श में उन्नत डिप्लोमा (स्व-वित्त) - के लिए ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म 6 सितंबर तक भरे जा सकते हैं।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुसार तैयार किए गए दो नए स्व-वित्त स्नातक कार्यक्रम - बीए चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम जर्मन अध्ययन के तहत बीए (ऑनर्स) और जापानी अध्ययन में बीए (ऑनर्स) जैसे बहु-विषयक पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को वर्तमान में आवश्यक कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण से लैस करना है।
भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) द्वारा मान्यता प्राप्त बाल मार्गदर्शन एवं परामर्श में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम छात्रों के लिए परामर्शदाता के रूप में करियर बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
जामिया के कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ और रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद मेहताब आलम रिज़वी ने बताया कि इन कार्यक्रमों को शुरू करने का उद्देश्य छात्रों को बेहतर करियर विकल्प प्रदान करना है। तीनों पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन 6 सितंबर तक खुले रहेंगे और प्रवेश परीक्षा 14 सितंबर को होगी।
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