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    जाफराबाद में युवाओं की गिरफ्तारी के बाद लोगों में डर का माहौल

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    Updated: Mon, 31 Dec 2018 08:33 PM (IST)

    एनआइए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने दबिश दी थी। यहां कुछ लोगों से पूछताछ की गई।

    जाफराबाद में युवाओं की गिरफ्तारी के बाद लोगों में डर का माहौल

    नई दिल्ली[स्वदेश कुमार]आतंकी साजिश रचने के आरोप में युवाओं की गिरफ्तारी के बाद जाफराबाद में डर का माहौल है। यहां पुलिस की हर आहट पर लोगों को गिरफ्तारी की आशंका रहती है। उन्हें डर है कि पुलिस कुछ और लोगों को गिरफ्तार कर सकती है।

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    रविवार रात भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने दबिश दी थी। यहां कुछ लोगों से पूछताछ की गई। हालांकि इस दौरान न तो कोई बरामदगी हुई और न ही किसी की गिरफ्तारी, लेकिन खबर दूर तक फैल गई कि एनआइए ने फिर से कई लड़कों को पकड़ लिया है।

    जाफराबाद में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. फहीम बेग भी मानते हैं कि लोग काफी डरे हुए हैं। जिनके बच्चे पकड़े गए हैं, उनके परिजन पड़ोसियों से भी बात नहीं कर रहे। उन्होंने बताया कि एनआइए के छापे के बाद से यहां पुलिस की गतिविधियां बढ़ गई हैं। घरों में जा-जाकर लोगों से लगातार पूछताछ हो रही है। ऐसे में किसी को भी आशंका हो सकती है कि उनकी या उनके बच्चों की गिरफ्तारी हो सकती है।

    उन्होंने कहा कि यहां मजदूर वर्ग और अशिक्षित लोगों की संख्या अधिक है। उन्हें अपने कानूनी अधिकारों की जानकारी नहीं है। यहां के लोगों को जागरूक करने के लिए कई विधि विशेषज्ञों के साथ वह बातचीत कर रहे हैं। इनके साथ मिलकर वह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे, ताकि पुलिस की किसी भी कार्रवाई के दौरान इन्हें अपने अधिकारों के बारे में जानकारी हो।

    गली नंबर-24 में रहने वाले अशफाक अहमद ने बताया कि हर दिन यहां पुलिस की दस्तक होती है। पूछने पर कोई जवाब नहीं मिलता है। अशफाक का कहना है कि सोशल मीडिया पर अपने धर्म को लेकर अधिक संवेदनशीलता के कारण इन युवाओं की गिरफ्तारी की गई। वहीं मोहम्मद नूर का कहना है किअभी 12 दिन तक ये लोग एनआइए की हिरासत में हैं। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।

    कोर्ट में अगर ये बरी हो गए तो इनके बीते दिन कौन लौटाएगा। सरकार को इस मामले में दखल देनी चाहिए। कुछ नेता बयान दे रहे हैं कि मुस्लिम इलाकों में सभी घरों में तलाशी होनी चाहिए। यह कहां का इंसाफ है।

    गौरतलब है कि 25-26 दिसंबर की आधी रात को एनआइए ने जाफराबाद और सीलमपुर में छह-सात स्थानों पर छापेमारी की थी। जाफराबाद से पुलिस ने अनस, जुबेर मलिक, जैद मलिक और राशिद जफर को पकड़ा था। वहीं मोहम्मद आजम नामक एक युवक को चौहान बांगर से गिरफ्तार किया गया था।

    उधर, स्थानीय पुलिस की गतिविधियां बढ़ने के बाबत सवाल पर पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। सभी थाना क्षेत्रों में किरायेदारों का सत्यापन किया जाता है। इसे एनआइए की कार्रवाई से जोड़ना ठीक नहीं है।