Safdarjung Hospital: दिल्ली के लोगों के लिए खुशखबरी, अब सफदरजंग अस्पताल में CT व MRI जांच कराना आसान
अस्पताल में सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच के लिए मरीजों को छह माह बाद तक की तारीख दी जाती है। जांच की लंबी वेटिंग के कारण मरीज निजी लैब में जांच कराने को मजबूर होते हैं। वहीं मैमोग्राफी मशीन खराब होने से स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग भी प्रभावित है।

नई दिल्ली [रणवजिय सिंह]। केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल में तीन नई सीटी स्कैन व एक अत्याधुनिक एमआरआइ मशीन खरीदी जाएगी। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शुरुआत में चार माह के भीतर एक सीटी स्कैन व एक एमआरआइ मशीन लगेगी। इसके बाद दो और नई सीटी स्कैन मशीनें खरीदी जाएगी। इससे सफदरजंग अस्पताल में सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच की सुविधा आसान हो जाएगी।
मौजूदा समय में सफदरजंग अस्पताल में तीन में से दो सीटी स्कैन मशीन, एक एमआरआइ व मैमोग्राफी मशीन लंबे समय से खराब पड़ी हैं। इस वजह से अस्पताल में सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच के लिए मरीजों को छह माह बाद तक की तारीख दी जाती है। जांच की लंबी वेटिंग के कारण मरीज निजी लैब में जांच कराने को मजबूर होते हैं। वहीं मैमोग्राफी मशीन खराब होने से स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग भी प्रभावित है।
अस्पताल के पुराने ब्लाक में मौजूद दोनों सीटी स्कैन मशीनें खराब हैं। नया इमरजेंसी ब्लाक में लगी एक सीटी स्कैन मशीन से ही ओपीडी व आइपीडी के मरीजों की भी जांच होती है। इस वजह से इस मशीन पर भी जांच का बहुत दबाव है। इसी तरफ अस्पताल में मौजूद दो एमआरआइ मशीन में से सिर्फ एक मशीन ही कार्यरत है। दूसरी मशीन करीब एक साल से खराब है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. बीएल शेरवाल ने कहा कि नई अत्याधुनिक एमआरआइ (थ्री टेस्ला ) मशीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा तीन सीटी स्कैन मशीन भी खरीदी जाएगी। इनमें से एक मशीन ओपीडी ब्लाक, दूसरी इमरजेंसी ब्लाक व तीसरी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में लगेगी।
आज शुरू होगा प्राइवेट वार्ड
सफदरजंग अस्पताल में 228 बेड का प्राइवेट वार्ड पिछले चार सालों से तैयार है। शनिवार को 20 बेड के साथ इस प्राइवेट वार्ड में इलाज की सुविधा शुरू होगी। इससे मरीज किफायती शुल्क पर आरामदायक सुविधा पा सकेंगे।
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