शादी बचाने से लेकर शादी कराने की गुहार, संघ के महिला हेल्पलाइन पर आ रहे दिलचस्प कॉल्स
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा अपने तरह के अलग प्रयोग में महिलाओं के लिए शुरू किए गए हेल्पलाइन नंबर पर आ रहे 30 फीसद मामले पति-पत्नी के बीच के झगड़े के ही है।
नई दिल्ली (नेमिष हेमंत)। लॉकडाउन में घर में पति और पत्नी के बीच झगड़े बढ़ गए हैं। कई मामलों में वो का चक्कर भी है। पति घर में है तो फोन पर वो से लंबी बातें सारा बाहर का राज घर के भीतर खोल दे रही हैं, जो विवाद का कारण बन जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा अपने तरह के अलग प्रयोग में महिलाओं के लिए शुरू किए गए हेल्पलाइन नंबर पर आ रहे 30 फीसद मामले पति-पत्नी के बीच के झगड़े के ही है। इसके साथ ही दिलचस्प फोन कॉल युवतियों के आ रहे हैं, जो शादी कराने का आग्रह कर रही हैं।
बढ़ गए हैं घरेलू हिंसा के मामले
एक माह से अधिक के लॉकडाउन में कुछ दिन तो आराम से कटे हैं। पर अब घरेलू हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं। इसी को देखते हुए संघ ने महिलाओं के लिए 23 अप्रैल को हेल्पलाइन नंबर 8178171234 शुरू किया है। इसके संचालन से 100 से अधिक प्रोफेसनल्स महिलाएं जुड़ी हैं, जो डॉक्टर, वकील, सोशल वर्कर, अध्यापन व ध्यान-योग से जैसी विधा से हैं।
आ चुके हैं 120 से ज्यादा कॉल
अब तक इस हेल्पलाइन नंबर पर 120 से अधिक कॉल्स आ चुके हैं। इस सेवा से जुड़ी एडवोकेट प्रतिमा लाकड़ा ने बताया कि इन कॉल्स में 30 फीसद से अधिक मामले पति-पत्नी के बीच झगड़े के हैं। लोगों की काउंसलिंग की जा रही है। नहीं तो पुलिस की मदद ली जा रही है। उन्होंने बताया कि बाहर नहीं निकलने, नौकरी जाने का डर, पैसे की कमी, छोटे घर, नशा पदार्थों का न मिलना और विवाहत्तोर संबंधों से इस तरह के विवादों में अधिकतता आई है।
आ रहे दिलचस्प कॉल
इसके साथ ही भोजन की समस्या, चिकित्सकीय सहायता व दूसरे राज्यों में जाने के लिए पास की आस में भी कॉल आ रही है। कुछ कॉल्स इस सेवा से जुड़ने के भी आ रहे हैं। वहीं, कुछ दिलचस्प कॉल युवतियों के शादी की उम्र हो जाने के बाद भी शादी नहीं होने और यह सेवा क्यों शुरू की गई है यह जानने के लिए भी आ रहे हैं।
सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक मिलती है सेवा
लाकड़ा ने बताया कि यह हेल्पलाइन सुबह 9 बजे से रात्रि 9 बजे तक सेवा देता है। उनकी टीम की पूरी कोशिश होती है कि महिलाओं के साथ उनके पति और परिवार के अन्य सदस्यों की काउंसिल की जाएं। कई मामलों में हम लोग सफल होते हैं।