भारत मंडपम में चमक बिखेर रहे विभिन्न राज्यों के बर्तन, सीएम रेखा गुप्ता ने किया प्रदर्शनी का शुभारंभ
भारत मंडपम में 15वीं भारतीय बर्तन प्रदर्शनी शुरू हो गई है जिसमें 130 से अधिक उत्पादक 10 हजार प्रकार के बर्तन प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदर्शनी में कांसा पीतल तांबा स्टील और एल्यूमीनियम के बर्तन शामिल हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि भारतीय उत्पाद वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: हर घर की जरूरत बर्तनों की शानदार चमक, अद्भुत डिजाइन और नक्काशी का दीदार करना है तो भारत मंडपम में आपका स्वागत है।
यहां 15वीं भारतीय बर्तन प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के 130 से अधिक उत्पादक करीब 10 हजार प्रकार के उत्कृष्ट बर्तनों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
यह प्रदर्शनी 14 जुलाई तक है। यहां पकाने, रखने और परोसने वाले बर्तनों का शानदार संसार है। कांसा, पीतल, तांबा, स्टील के साथ ही एल्युमिनियम के बर्तन हैं।
कई ऐसे बर्तन भी, जिनकी धूम विदेशों तक में
घरों के साथ ही रेस्तरां वाले बर्तन भी रखे गए हैं। प्रदर्शनी में होम और किचन एप्लायंसेज, उपहार के उत्पाद, बर्तन निर्माण के मशीन व संबंधित उपकरण भी प्रदर्शित है।
चम्मच से लेकर थाली, कटोरी, केतली, गिलास, बोतल, भगोना, कूकर, पूजा की थाली समेत सभी उत्पाद है। जिसके डिजाइन में पुरातन के साथ आधुनिकता का मिश्रण है।
इनमें कई उत्पादक ऐसे हैं, जिनके बर्तनों की धूम अमेरिका, ब्रिटेन समेत अन्य देशों में है। प्रदर्शनी के आयोजक स्टील मार्केट इंफो के आरएल चौधरी ने बताया कि वैश्विक स्तर पर भारतीय बर्तनों की धाक बढ़ रही है। वह इसलिए क्योंकि चीन के उत्पाद सस्ते भले हैं, लेकिन गुणवत्ता में अपने उत्पाद बेहतर है।
''वोकल फार लोकल'' के मंत्र से हुआ ये साकार : मुख्यमंत्री
प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रदर्शनी में लगे बर्तनों का भी अवलोकन किया।उन्होंने उत्पादकों की सराहना करते हुए कहा कि अब भारतीय उत्पाद वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और चीन जैसे देशों को भी निर्यात हो रहे हैं।
यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ''वोकल फार लोकल'' के मंत्र से साकार हुआ है। स्थिति अब यह कि विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत को तीसरे स्थान पर लाने के लक्ष्य में यह उद्योग बड़ी भूमिका निभा रही है।
उन्होंने उद्योग से जुड़े प्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में सभी आवश्यक कदम तत्परता और सकारात्मकता के साथ उठाए जाएंगे।
एक जिला-एक उत्पाद जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे हम न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बना सकते हैं बल्कि रोजगार भी प्रदान कर सकते हैं।
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