इस मामले में अमेरिका को पछाड़ भारत जल्द निकल जाएगा आगे, केंद्र सरकार ने दी है ये जानकारी
Indian Metro Network भारत का मेट्रो नेटवर्क अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है और अगले कुछ सालों में अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बनने की संभावना है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि केवल नौ सालों में 20 शहरों में 895 किलोमीटर की मेट्रो लाइनें चालू हो गई हैं।

नई दिल्ली, आईएएनएस। भारत का मेट्रो नेटवर्क अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है और अगले कुछ सालों में अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बनने की संभावना है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि केवल नौ सालों में, 20 शहरों में 895 किलोमीटर की मेट्रो लाइनें चालू हो गई हैं।
2014 में, भारत में केवल 248 किमी मेट्रो रेल चालू था। वर्तमान में विभिन्न शहरों में 986 किमी की मेट्रो रेल प्रोजेक्ट्स पर निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनमें मुंबई और दिल्ली में दो नई प्रमुख मेट्रो लाइनें शामिल हैं जो इस साल पूरी हो जाएंगी और यात्रियों के लिए यात्रा के लिए खोल दी जाएंगी।
मुंबई में भूमिगत बिछाई जा रही लाइन
मुंबई के मेट्रो नेटवर्क की 33.5 किलोमीटर लंबी एक्वा लाइन तीन एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, जो पूरी तरह से भूमिगत है और इसे 33 हजार करोड़ रुपये के निवेश से बनाया जा रहा है।
यह लाइन कोलाबा-बांद्रा-एसईईपीजेड कॉरिडोर के साथ चलती है, जो शहर के फाइनेंशियल सेंटर जैसे नरीमन प्वाइंट, बांद्रा-कुर्ला-काम्प्लेक्स, फोर्ट, वर्ली को जोड़ती है और गोरेगांव तक जाती है। पूरे रूट के 2024 में चालू होने की उम्मीद है, पहले चरण का उद्घाटन अप्रैल तक होने की संभावना है।
दिल्ली मेट्रो के चौथे फेज का काम
दिल्ली मेट्रो के चौथे फेज का पहला खंड जुलाई 2024 तक खोला जाना है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग से मैजेंटा लाइन शामिल है जो 21.18 किलोमीटर ऊंची संरचना के साथ 28.92 किलोमीटर का मार्ग कवर करती है, जबकि शेष 7.74 किलोमीटर भूमिगत है। चौथे चरण की अन्य दो लाइनें जिन पर काम चल रहा है वे मजलिस पार्क-मौजपुर (12.55 किमी) और एयरोसिटी-तुगलकाबाद (23.62 किमी) मार्ग हैं।
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