स्वतंत्रता दिवस: आतंकी खतरों के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, इस बार और ज्यादा चाक चौबंद रहेगी सुरक्षा
स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। राजधानी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर हर तरह की सतर्कता बरती जा रही है। लाल किले के आसपास ऊंची इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रही है। जिससे हर साल सुरक्षा एजेंसियां पिछले सालों की तुलना में सुरक्षा बंदोबस्त और मजबूत करने की कोशिश करती हैं। आतंकी खतरों के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने इस बार भी स्वतंत्रता दिवस समारोह सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
रक्षा व गृह मंत्रालय की निगरानी में सेना, अर्द्ध सैनिक बलों व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस सुरक्षा तैयारी में एक माह से जुटी हुई थीं। राजधानी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई हैं।
दहशतगर्दों के किसी भी तरह के नापाक मंसूबे को ध्वस्त करने के लिए पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर हर तरह की सतर्कता बरती जा रही है।
सुबह 11 बजे तक होगा परेड रूटों पर रिहर्सल
सुरक्षा तैयारी का जायजा लेने के लिए सोमवार को सभी केंद्रीय एजेंसियां व दिल्ली पुलिस प्वाइंट रिहर्सल करेगी। तड़के साढ़े तीन बजे से सुबह 11 बजे तक परेड रूटों पर रिहर्सल किया जाएगा। इस दौरान जहां भी खामियां मिलेगी वहां सुरक्षा बंदोबस्त को मजबूत किया जाएगा।
शनिवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाले सभी 30 डीसीपी (जोनल आफिसर) के साथ बैठक कर घंटों विस्तार से चर्चा की। ये सभी जोनल अधिकारी अलग-अलग जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में सेना के अलावा बीएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी, एसपीजी व एयरफोर्स को भी लगाया गया है। आसमान से कोई लालकिला व उसके आसपास ड्रोन, बैलून, पारा ग्लाइडर व अन्य तरीके से हमला न कर दें, इसके लिए लालकिला, आइएसबीटी, गीता कॉलोनी फ्लाई ओवर, सिविक सेंटर (निगम मुख्यालय) आदि 400 से अधिक ऊंची इमारतों की छतों पर एंट्री एयरक्राफ्ट व एयर डिफेंस गन लगाए गए हैं। उक्त हथियारों के जरिए हवाई हमले को तुरंत रोका जा सकेगा।
सेना के हेलीकाप्टर से भी लाल किले के आसपास सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। पुलिस आयुक्त ने सभी 15 जिले की पुलिस को पूरी तरह अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इस बार लाल किला में दर्शकों को बैठने के लिए स्टेडियम के जैसे बैठने के इंतजाम किए गए हैं ताकि पीछे बैठने वाले दर्शकों को किसी तरह की दिक्कत न आए।
प्रमुख आयोजन स्थल लाल किला सहित आसपास के इलाके मध्य दिल्ली व नई दिल्ली में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। लालकिला के आसपास की सभी ऊंची इमारतों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जएंगे। वे तेज क्षमता वाली दूरबीन से ऊंचाईयों से हर शख्स पर नजर रखेंगे।
स्पेशल सेल की सर्विलांस टीम को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। स्पेशल सेल की टीमें इंटरसेप्शन के जरिए देश के बाहर और खासतौर पर पाकिस्तान व अफगानिस्तान से आने वाली हर काल पर नजर रख रही हैं।
लाल किला के 10 किलो मीटर की परिधि में जगह-जगह मचान व मोर्चा बनाए गए हैं, जहां एलएमजी व एमपी 5 जैसे आधुनिक हथियारों से लैस अर्द्ध सैनिक बलों के जवान पूरी तरह अलर्ट हैं। सभी जिले के पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से कहा गया है कि वे लगातार सड़कों पर गश्त करते रहें और हर शख्स पर नजर रखें।
समारोह स्थल व वीवीआईपी के आने जाने वाले सभी रूटों पर जगह-जगह उच्च क्षमता वाले कई हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे को मानीटर करने के लिए कई कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
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