IIT Delhi Startup: 21 कंपनियों ने दिखाया दम, बाजार में आएगी मात्र 55 रुपये से 125 KM चलने वाली स्कूटी
Startup in IIT Delhi आइआइटी दिल्ली के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर एक स्टार्टअप की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में आइआइटी के विभिन्न विभागों के छात्रों और शिक्षकों द्वारा अपने-अपने स्टार्टअप के स्टाल लगाए गए थे।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। आज जमाना स्टार्टअप का है। हर कोई स्टार्टअप में हाथ आजमाना चाह रहा है। ऐसे में यह आपके और सबके मन में उठना लाजिमी है कि इसके लिए सबसे मुफीद जगह कौन सी होगी। आपके मन में कई जगहों के नाम बिजली की तरह कौंध रहे होंगे। लेकिन इन सबमें सबसे उपयुक्त नाम हम आपको बता रहे हैं वह है आइआइटी दिल्ली। जी हां जहां से पढ़ना लाखों बच्चों का सपना होता है। आइए जानते हैं आइआइटी दिल्ली और स्टार्टअप का नाता।
21 स्टार्टअप कंपनियों ने दिखाया स्वेदशी का दम
पीएम मोदी हमेशा से स्वेदशी अपनाओं स्वेदशी बढ़ाओ पर जोर देते रहे हैं। ऐसे में अब कई कंपनियां मेक इन इंडिया के तहत देश में कई उत्पाद तैयार कर रही है जो हमारे लिए एक समय काफी कीमत पर दूसरे देशों से आयात करनी पड़ती थी। आपको जानकार यह खुशी होगी कि आइआइटी दिल्ली के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर एक स्टार्टअप की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस प्रदर्शनी में आइआइटी के विभिन्न विभागों के छात्रों और शिक्षकों द्वारा अपने-अपने स्टार्टअप के स्टाल लगाए गए थे। इनमें कुछ स्टार्टअप दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे। इस प्रदर्शनी में कुल 21 स्टार्टअप कंपनियों ने अपनी सोच का जादू बिखेरा जिससे हमारे रोजमर्रा के कामों में आसानी आएगी।
स्टार्टअप प्रदर्शनी में ये उपकरण रहे आकर्षण का केंद्र
आरटीपीसीआर किट- कोरोना काल की शुरुआत में जब दुनिया में आरटीपीसीआर किट की भारी मांग थी और इसकी कीमत भी दो से लेकर ढाई हजार रुपये तक थी। आइआइटी दिल्ली ने कोरोश्योर के नाम से सबसे सस्ती 399 रुपये कीमत की किट तैयार की। इससे 24 घंटे की बजाय 85 मिनट में जांच रिपोर्ट आनी शुरू हुई।
55 रुपये में 125 किलोमीटर चलेगी स्कूटी
कंप्रैस्ड बायो गैस (सीबीजी) से चलने वाली स्कूटी को लेकर भी आइआइटी दिल्ली के सेंटर फार रूरल डेवलपमेंट एंड टेक्नोलाजी द्वारा काम किया जा रहा है। फिलहाल इसका ट्रायल चल रहा है। पेट्रोल, इलेक्ट्रिक, सीएनजी के बाद आने वाले सालों में अब बाजार में बायोगैस से चलने वाली स्कूटी और अन्य दोपहिया वाहन देखने को मिलेंगे। यह बायोगैस घरों से निकलने वाले कचरे से बनाई जाएगी। ट्रायल पर चल रही स्कूटी का माइलेज एक लीटर बायोगैस में 125 किलोमीटर का है। सरकार की ओर से बायोगैस की कीमत 55 रुपये निर्धारित की गई है। जो सबसे सस्ता ईंधन है।
मुंह के कैंसर की जांच में भी मददगार
आइआइटी दिल्ली द्वारा मुंह के कैंसर की जांच शरीर से किसी भी तरह का कोई सैंपल लिए बिना करने के लिए मल्टीमाडल आप्टिकल इमेजिंग और फ्लुरोसेंस स्पेट्रोमीटर किट तैयार की गई है। इसकी मदद से डाई (एक तरल पदार्थ) को मुंह में लेकर कुल्ला करके किट द्वारा पता किया जा सकता है। यह तकनीक पुरानी बायोप्सी वाली तकनीक से कई गुना सस्ती है। इससे जांच का परिणाम भी काफी जल्दी मिल जाता है। जबकि बायोप्सी में लंबा समय लगता है।
मुंह के कैंसर की जांच भी बिना कोई सैंपल लिए
आइआइटी दिल्ली द्वारा स्तन कैंसर की जांच शरीर से किसी भी तरह का कोई सैंपल लिए बिना करने के लिए भी मल्टीमाडल आप्टिकल इमेजिंग और फ्लुरोसेंस स्पेट्रोमीटर किट तैयार की गई है। इसकी मदद से डाई (एक तरल पदार्थ) को इंजेक्शन द्वारा स्तन में लगाकर फिर किट द्वारा स्तन कैंसर का पता किया जा सकता है। यह तकनीक पुरानी बायोप्सी वाली तकनीक से कई गुना सस्ती है। इससे जांच का परिणाम भी काफी जल्दी मिल जाता है। जबकि बायोप्सी से पता चलने में समय लगता है।
कोल्ड क्लाइमेट जैकेट
बर्फीले इलाकों तैनात जवानों की सुरक्षा के लिए आइआइटी दिल्ली ने तैयार किया है। यह जैकेट जवानों को -60 डिग्री से भी कम तापमान में सुरक्षित रखेगी। इसका वजन भी चार किलो से कम है। इसमें से हवा और पानी भी पार नहीं हो सकता है। यह एयर प्रूफ, वाटरप्रूफ भी है। बता दें कि प्रदर्शनी में लगाई गई सभी 21 स्टाल (उपकरणों) का शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ शिक्षा राज्यमंत्री डा. सुभाष सरकार और राजकुमार रंजन सिंह भी मौजूद रहे।

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