IIT Delhi ने दुनिया के टॉप संस्थानों में पाई जगह, QS WorldRanking में मिली ये पोजीशन
QS World University Rankings List क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषयवार रैंकिंग 2025 में इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी श्रेणी में आईआईटी दिल्ली ने देश में पहला स्थान हासिल किया है। पिछले वर्ष आईआईटी दिल्ली का इस श्रेणी में 45वां स्थान रहा था। संस्थान ने 19 पायदान की छलांग लगाई है। आईआईटी दिल्ली को दुनिया के शीर्ष 30 संस्थानों में शामिल किया गया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषयवार रैंकिंग 2025 में इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी श्रेणी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने देश में पहला स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर आईआईटी मुंबई रहा है।
इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में आईआईटी दिल्ली विश्व में 26वें स्थान के साथ शीर्ष 30 संस्थानों में शामिल हो गया है। पिछले वर्ष आईआईटी दिल्ली का इस श्रेणी में 45वां स्थान था। संस्थान ने 19 पायदान की छलांग लगााई है।
इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में भारत में शीर्ष स्थान पर उभरने के साथ प्राकृतिक विज्ञान श्रेणी में संस्थान ने 146वां स्थान प्राप्त किया है। सामाजिक विज्ञान और प्रबंधन श्रेणी में 75वां स्थान प्राप्त किया है। इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी, प्राकृतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान व प्रबंधन के व्यापक विषय क्षेत्र के तहत 12 विषयों में आईआईटी दिल्ली को दुनिया के शीर्ष 100 संस्थानों में शामिल किया गया है।
विषयवार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली के बेहतर प्रदर्शन के बारे में बताते हुए डीन आफ प्लानिंग प्रोफेसर विवेक बुवा ने कहा, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के लिए क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी विषय रैंकिंग पांच मापदंडों शैक्षणिक प्रतिष्ठा (40 प्रतिशत), नियोक्ता प्रतिष्ठा (30 प्रतिशत), प्रशस्ति (10 प्रतिशत), एच-इंडेक्स (किसी शोधकर्ता के अनुसंधान प्रभाव और उत्पादकता को मापने का एक तरीका) (10 प्रतिशत) और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क (10 प्रतिशत) पर आधारित है।
आईआईटी, दिल्ली।
इस साल, आईआईटी दिल्ली ने इन पांचों मापदंडों में से प्रत्येक में अपने स्कोर में सुधार किया है। विशेष रूप से, नियोक्ता (एम्प्लोअर) प्रतिष्ठा और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क मापदंडों में स्कोर में उल्लेखनीय वृद्धि की है। प्रो. बुवा ने कहा, पिछले कई वर्षों से, संस्थान अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने पर काम कर रहा है।
उदाहरण के लिए, पिछले सात वर्षों (2018-2024) में, जब आईआईटी दिल्ली को “इंस्टीट्यूट आफ एमिनेंस (आइओई)” का दर्जा मिला, संस्थान ने दुनिया भर के प्रमुख विश्वविद्यालयों-संस्थानों के साथ 410 अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान परियोजनाएं शुरू की हैं।
इससे संस्थान को अपने अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क को मजबूत करने में मदद मिली है। इसमें अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान सहयोग को तेज करने के लिए IIT Delhi द्वारा शुरू किए गए संयुक्त बीज वित्त पोषण (एमएफआईआरपी) कार्यक्रम द्वारा समर्थित 139 अंतरराष्ट्रीय सहयोगी परियोजनाएं शामिल हैं।
इसके अलावा, संस्थान के पास क्वींसलैंड विश्वविद्यालय (यूक्यू) आस्ट्रेलिया और नेशनल चियाओ तुंग विश्वविद्यालय ताइवान के साथ संयुक्त डिग्री कार्यक्रम हैं। इन सहयोगों से अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ संयुक्त प्रकाशनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उदाहरण के लिए, 2018 में अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ प्रकाशनों की संख्या 509 से बढ़कर 2024 में 1214 हो गई है। प्रो. बुवा ने कहा, आईआईटी दिल्ली का अबुधाबी में केंद्र खुला है। अभी रैंकिंग में इसके आंकड़े नहीं जुड़े हैं। अगले साल से यह जुड़ना शुरू होंगे और तब रैंकिंग और बेहतर होती जाएगी।
विषय रैंकिंग
- कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रणाली : 64
- डेटा विज्ञान और एआई : 51
- रसायनिक :93
- सिविल इंजीनियरिंग :51
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग : 47
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग : 61
- खनिज और खनन इंजीनियरिंग :51
- पर्यावरण विज्ञान : 94
- सामग्री विज्ञान : 98
- गणित : 95
- व्यवसाय और प्रबंधन अध्ययन : 92
- सांख्यिकी और परिचालन अनुसंधान : 51
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