CUET Exam 2022: सीयूईटी अंक समान रहने पर 12वीं के अंक बनेंगे दाखिले का आधार
सीयूईटी अंक समान रहने पर पर सफल छात्रों के 12वीं के अंक के आधार पर सीट आवंटित की जाएगी। इसके लिए विस्तृत दिशानिर्देश तैयार कर लिए गए हैं। यह दिल्ली वि ...और पढ़ें

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रमों में इस बार संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा सीयूईटी से दाखिले होंगे। प्रवेश परीक्षा का दौर शुक्रवार से शुरू होगा। इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा है कि यदि दो छात्रों का सीयूईटी स्कोर समान है तो कक्षा 12वीं के अंक सीट आवंटन के लिए टाईब्रेकर के रूप में कार्य करेंगे।
कुलपति ने कहा कि दो छात्रों के सीयूईटी अंक समान रहने पर उनकी 12वीं कक्षा के अंक के आधार पर प्राथमिकता वाला पाठ्यक्रम आवंटित किया जाएगा। दो छात्रों के बीच बराबरी होने की स्थिति में पहले सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों की तुलना की जाएगी। यदि यह भी समान रहा तो सर्वश्रेष्ठ चार विषयों की तुलना की जाएगी। वहीं, सर्वश्रेष्ठ पांच विषयों के अंक समान रहने पर उम्र के आधार पर निर्णय किया जाएगा। अधिक उम्र के उम्मीदवार को वह सीट मिलेगी।
पहलेे चरण में अधिक दाखिले होंगे
डीयू में आरक्षित वर्ग की सीटें खाली रह जाती है। इसलिए डीयू सीयूईटी से दाखिले के दौरान पहले चरण में ही अधिकतम सीटें भरने की कोशिश करेगा। ओबीसी श्रेणी में 20 प्रतिशत और एससी-एसटी श्रेणी में 30 प्रतिशत अतिरिक्त दाखिले दिए जाएंगे। डीयू कुलपति ने कहा कि इससे अधिकतम छात्र प्रथम चरण में अपनी पसंद के पाठ्यक्रम में दाखिल ले सकेंगे। यह आरक्षित सीट को शीघ्र भरने में भी मदद करेगा।
परीक्षा से ठीक एक दिन पहले बदला केंद्र
परीक्षा दो चरणों में होनी है। जिन छात्रों का नाम पहले चरण में आया है उनकी परीक्षा 15 जुलाई से है। जिनका नाम दूसरे चरण में आया है उनकी परीक्षा चार अगस्त से है। सभी का एडमिट कार्ड 11 जुलाई को जारी कर दिया गया है। लेकिन एनटीए की ओर से कई छात्रों को 13 और 14 जुलाई को उनके ई-मेल पर मैसेज आया कि उनका परीक्षा केंद्र फिर से बदल दिया गया है।
अचानक परीक्षा के ठीक एक दिन पहले परीक्षा केंंद्र बदलने से उनको परेशानियां हो रही है। कई छात्रों का कहना है कि पहले परीक्षा केंद्र घर से नजदीक था, बाद में दूर कर दिया गया। अब उनको परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में साधन की व्यवस्था करने में भी समस्या आ रही है।
एक दिन में चार पेपर
सीयूइटी की परीक्षा दे रहे छात्रों में से बहुत से ऐसे छात्र हैं जिनके सभी पेपर एक ही दिन में पड़ रहे हैं। इसमें स्लाट एक के पेपर सुबह नौ से दोपहर 12:15 तक और स्लाट दो के पेपर दोपहर तीन बजे से शाम 6:45 तक होने हैं। छात्रों की शिकायत है कि उनकी चार से पांच पेपर एक ही दिन रख दिए गए हैं।
लगातार एक दिन में छह से सात घंटे की परीक्षा देने उनके लिए किसी जंग जीतने से कम नहीं है। इस समस्या से न सिर्फ छात्रों बल्कि उनके अभिभावकों में भी काफी नाराजगी है। अभिभावकों के मुताबिक लगातार एक दिन चार से पांच पेपर लेना बहुत गलत है। एनटीए को इसमें छात्रों की सहूलियत का ध्यान रखना चाहिए था।

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