Delhi News: हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ बांग्लादेश एंबेसी के बाहर हिंदू संगठनों ने किया मार्च
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ दिल्ली में हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश एंबेसी के बाहर विरोध मार्च निकाला। प्रधानमंत्री संग्रहालय तीन मूर्ति चौक से प्रारंभ हुआ मार्च चाणक्यपुरी थाने पर दाकर समाप्त हुआ। आरएसएस सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली समेत कई संगठनों ने इस मार्च में हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।

नई दिल्ली, जेएनएन। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ चाणक्यपुरी में आरएसएस, सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली समेत कई हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च निकाला। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत कर दिया था।
अधिकारियों ने कहा कि इस आंदोलन के कारण यातायात बाधित हुआ और यात्रियों को असुविधा हुई। चाणक्यपुरी में विरोध प्रधर्शन और मार्च में 200 से अधिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों ने हिस्सा लिया था।
प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से मांग करते हुए तख्तियां ले रखी थीं। उन्होंने बांग्लादेश से देश में कथित हिंदू नरसंहार को रोकने का भी आह्वान किया।
दिल्ली निवासी प्रदर्शनकारी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, हम उसे देख रहे हैं। हम पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों की निंदा करते हैं। हम बांग्लादेश को देश में मानवाधिकारों के उल्लंघन को तुरंत रोकने की चेतावनी देते हैं।
प्रधानमंत्री संग्रहालय, तीन मूर्ति चौक से प्रारंभ हुआ मार्च चाणक्यपुरी थाने पर दाकर समाप्त हुआ।
चाणक्यपुरी थाने के सामने बने मंच से साध्वी दीदी ऋतंभरा, इस्कॉन के केशव मुरारी, इंडिया सेंट्रल एशिया फाउंडेशन के निदेशक रमाकांत द्विवेदी, दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त एसएन श्रीवास्तव, बांग्लादेश में भारत की पूर्व उच्चायुक्त वीणा सिकरी, बौद्ध धर्मगुरु राहुल भंते, सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रियदर्शनी, लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्त्ता रूद्रनील घोष और कोलकाता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एवं भाजपा सांसद अभिजीत गांगुली ने मार्च को संबोधित किया।
बांग्लादेश में आठ फीसदी हिंदुओं की आबादी
बांग्लादेश की 17 करोड़ आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब आठ फीसदी है। 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद से बांग्लादेश के 50 से अधिक जिलों में हिंदुओं पर 200 से अधिक हमले होने के आरोप हैं।
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