दिल्ली में मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने चार तस्करों को किया गिरफ्तार
बाहरी दिल्ली में पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। शाहबाद डेरी से लापता दो किशोरियों को श्रीनगर से छुड़ाया गया। तस्कर किशोरियों को जम्मू ले जाकर घरेलू काम करवाते थे। पुलिस ने जम्मू-कश्मीर दिल्ली और उत्तर प्रदेश से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है जो प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से पैसे लेते थे।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। बाहरी-उत्तरी जिला स्पेशल स्टाफ की टीम ने कई राज्यों में फैले मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार तस्करों को किया गिरफ्तार है। शाहबाद डेरी से लापता हुई 13 व 15 वर्षीय किशोरी को जून माह में श्रीनगर से इनके कब्जे से छुड़ाया था। इन बच्चियों के बयान के आधार पर ही पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है।
आरोपी किशोरियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ जम्मू ले गया था। जहां इनसे बिना वेतन के घरेलू सहायिका के रूप में काम कराया जाता था। इस मामले में पुलिस ने जम्मू-कश्मीर से एक दिल्ली से एक और उत्तर प्रदेश से दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
बाहरी-उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि भलस्वा डेरी थाना क्षेत्र से 13 व 15 वर्षीय किशोरी संदिग्ध हालात में लापता हो गई थी। दोनों किशोरी के स्वजन के बयान के आधार पर भलस्वा डेरी थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
वहीं, जांच के दौरान पता चला कि दोनों किशोरी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हैं। दोनों बच्चियों को 15 जून को बरामद कर दिल्ली वापस लाया गया। उनके बयानों से पता चला कि तस्करों ने उन्हें पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से बहला-फुसलाकर जम्मू के रास्ते ले गया।
श्रीनगर में बिना वेतन के घरेलू काम करने के लिए मजबूर किया। जिसके बाद 14 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर श्रीनगर स्थित गंदेरबल निवासी सलीम-उल-रहमान उर्फ वसीम को गिरफ्तार कर लिया। इसकी निशानदेही पर बेगमपुर थाना क्षेत्र के प्रह्लादपुर से सूरज को भी पकड़ा।
वहीं, पूछताछ करने पर सलीम ने बताया कि कि वह श्रीनगर के बेमिना में वीए मैनपावर प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक एजेंसी चलाता है, जिसके माध्यम से उसने पिछले दो वर्षों में कई लोगों की तस्करी की है। आरोपित सूरज ने दिल्ली स्थित एजेंटों के इशारे पर तस्करी के शिकार लोगों को जम्मू-कश्मीर ले जाता था।
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वहीं, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सक्रिय कई सहयोगियों के नाम भी बताए। इनकी निशानदेही पर 19 अगस्त को टीम ने दो और आरोपित उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी मोहम्मद तालिब और बाराबंकी निवासी सतनाम सिंह उर्फ सरदार को भी गिरफ्तार किया।
अन्य लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस दे रही दबिश
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जांच के दौरान इस गिरोह से जुड़े कई नाम सामने आए आए हैं। पता चला कि शाहबाज़ खान, नरेश, रोहित पांडे और सोहेल अहमद (सुनाज प्लेसमेंट एजेंसी, श्रीनगर) के साथ मिलकर मानव तस्करी का काम करते हैं। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। आरोपित प्रति व्यक्ति प्लेसमेंट एंजेसी से 40 से 60 हजार रुपये लेते थे।
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