भारत से कैसे मैक्सिको पहुंचा दीपक बॉक्सर? दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में इस तरह आया वांटेड क्रिमिनल
Deepak Boxer Arrest प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों पर नकेल कसने की पहल के तहत पहली बार दिल्ली पुलिस खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को मैक्सिको से भारत ला रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मैक्सिको से पकड़ा गया कुख्यात गैंगस्टर दीपक पहल उर्फ बॉक्सर दिल्ली में दस संगीन आपराधिक मामलों में वांछित है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुखिया विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल व क्राइम ब्रांच के मुखिया विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोहों पर नकेल कसने की पहल के तहत पहली बार दिल्ली पुलिस खतरनाक भगोड़े अपराधी दीपक बॉक्सर को मैक्सिको से भारत ला रही है।
बॉक्सर की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता में अधिकारियों ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार एक व्यापक बहु-महाद्वीपीय संयुक्त पुलिस एवं प्रशासकीय प्रयास से इस खतरनाक अपराधी को मैक्सिको से भारत लाया जा रहा है। गृह मंत्री हर प्रकार के अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय अपराधी-आतंकी गठजोड़ और संगठन को जड़ से खत्म करने के लिए कटिबद्ध हैं।
अमित शाह ने की थी समीक्षा
वे पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ नियमित बैठकें कर उसकी समीक्षा करते हैं। इसी कड़ी में गृह मंत्री ने पिछले साल अगस्त में दिल्ली पुलिस के कामकाज की समीक्षा के दौरान स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को विशेष निर्देश दिए थे कि वे देश या विदेश के किसी भी कोने में छिपने की कोशिश करने वाले संगठित अपराधियों और आतंकियों का कानूनी तरीके से पीछा करें और उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के सामने लाकर खड़ा करें। बॉक्सर को मैक्सिको से गिरफ्तार कर भारत लाना इसी दिशा में बड़ी सफलता है।
लारेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात अपराधी है दीपक
बॉक्सर के भारत से बाहर भाग जाने की सूचना मिलने के बाद उसे पकड़कर भारत लाने को लेकर आपरेशन शुरू किया गया था। वह लारेंस बिश्नोई गैंग का बेहद खतरनाक अपराधी है। लगतार हो रहे अपराधों की वजह से बॉक्सर व उसके गिरोह के खिलाफ 16 मार्च को स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था, जिसके तहत वर्तमान आपरेशन को अंजाम दिया गया।
करीब एक माह तक चली वृहद पूछताछ और तकनीकी प्रक्रियाओं से पता चला था कि बॉक्सर फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भागने के बाद कई देशों में ठहरते हुए हुए दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के मैक्सिको पहुंच गया है। मैक्सिको पहुंचने के पीछे उसकी मंशा मानव तस्करों के सहारे अमेरिका पहुंचने की थी, जहां वो अपने अन्य साथियों से जुड़ जाता और वहीं पर बैठकर दिल्ली और आसपास के राज्यों में फैले अपने संगठित अपराध को चलाता रहता।
एफबीआई और मैक्सिको पुलिस के सहयोग से हुई गिरफ्तारी
उसके मैक्सिको पहुंचने की पुष्टि के बाद इस आपरेशन के दूसरे चरण में अमेरिका के एफबीआई और मैक्सिको पुलिस के साथ परस्पर सहयोग से बॉक्सर को मैक्सिको में ढूंढने की कार्रवाई शुरू हुई। जांच में पता चला कि उसने बरेली से रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और उसकी मदद से जनवरी में कोलकाता हवाई अड्डे से विदेश भाग गया था।
एक सप्ताह तक उसके सभी पुराने साथियों, उसके आपराधिक सहयोगियों और निकट संबंधियों से गहन पूछताछ की गई। बेहद जटिल तकनीकी प्रक्रियाओं के सहारे पूछताछ से निकली जानकारियों को प्रमाणित किया गया और पूरे 12 घंटे के टाइम-जोन अंतर के बावजूद रियल टाइम पर मैक्सिको और एफबीआई के अधिकारियों के साथ जानकारियों को साझा किया गया।
इन जानकारियों पर कार्रवाई करते हुए बॉक्सर को मैक्सिको के समुद्र तट से सटे शहर कैनकुन से दबोच लिया गया। मानव तस्करों और नारकोटिक्स माफिया के कारण कैनकुन एक कुख्यात शहर माना जाता है। विपरीत परिस्तिथियों के बावजूद मैक्सिको पुलिस और एफबीआइ के एजेंटों के सहयोग से जमीनी काम होता रहा। इस पूरी प्रक्रिया में इंटरपोल, सीबीआई और दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी परोक्ष रूप से जुड़े रहे, जिससे आपसी समन्वय और जानकारी का लगातार आदान-प्रदान चलता रहा।
तुर्किए के जरिए दिल्ली लाया जा रहा है बाक्सर
दीपक के फर्जी पासपोर्ट के सहारे मानव तस्करी के जरिये मैक्सिको पहुंचने की वजह से मैक्सिको प्रशासन से उसके जल्द प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया। मैक्सिको सिटी स्थित भारतीय दूतावास भी इस प्रक्रिया से जुड़ गया। साथ ही तुरंत दिल्ली पुलिस के अफसरों की एक टीम मैक्सिको सिटी भेजी गई।
इस टीम का काम भारतीय दूतावास, मैक्सिको प्रशासन और पुलिस तथा एफबीआई के साथ समन्वय बनाना था, ताकि बॉक्सर के आपराधिक नेटवर्क की ओर से किसी भी प्रकार की कानूनी अड़चन उत्पन्न होने से पहले ही उसके प्रत्यर्पण की कार्रवाई संपन्न करवाई जा सके। बॉक्सर को तुर्किए के इस्तांबुल होते हुए दिल्ली लाया जा रहा है।
उसे भारत लाने के इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रयास में दोनों देश की प्रमुख खुफिया एजेंसियों, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, विभिन्न देशों के दूतावास, इंटरपोल, सीबीआई, दिल्ली स्थित अधिकारियों और एफबीआई तथा मैक्सिको पुलिस के उच्चाधिकारियों ने हर कदम पर दिल्ली पुलिस का साथ दिया।
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