Heroes of Delhi Violence: गर्भवती महिला समेत मुस्लिम परिवार की बचाई जान, लोग बोले यही तो है असली हिंदुस्तान
Heroes of Delhi Violence तारा नेगी ने अन्य हिंदू महिलाओं की मदद से न केवल एक गर्भवती मुस्लिम महिला को सहारा दिया बल्कि पूरे परिवार की जान भी बचाई।
नई दिल्ली [पुष्पेंद्र कुमार]। Heroes of Delhi Violence : उत्तर पूर्वी दिल्ली में जहां हिंसा के दौरान एक इंसान ने दूसरे को मारा तो दूसरी ओर बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने जाति-धर्म से ऊपर उठकर मानवता की सच्ची मिसाल भी पेश की है। हुआ यूं करावल नगर पुश्ता रोड स्थित सादतपुर विस्तार में अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए तारा नेगी ने अन्य हिंदू महिलाओं की मदद से न केवल एक गर्भवती मुस्लिम महिला को सहारा दिया बल्कि पूरे परिवार की जान भी बचाई। दरअसल, यहां पर हिंदू परिवार ने मिलकर मुस्लिम परिवार के लोगों की जान बचाई, जिनमें एक गर्भवती मुस्लिम महिला भी शामिल थी।
यहां पर बता दें कि सादतपुर विस्तार में मंगलवार को हुए दंगों के दौरान एक परिवार भीड़ के सामने आ गया। इस पर वहां मौजूद हिंदू परिवार की महिलाओं के साथ पुरुष भी आगे आए। इस दौरान हिंदुओं ने गर्भवती महिला, उसके पतिन और दो साल के बच्चे को नजदीक के मंदिर में पनाह दी। इसके बाद पुलिस को बुलाकर महिला को उसके घर सुरक्षित पहुंचाया।
इंसानियत की मिसाल पेश करने वाला यह वाकया लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग कह रहे हैं कि यही तो असली हिंदुस्तान है, जहां मदद के लिए धर्म नहीं देखा जाता।
तारा नेगी के मुताबिक, हिंसक प्रदर्शन के दौरान बेसहारा मुस्लिम परिवार फंस गया था। जब उन्हें देखा तो सिर्फ दिल में इंसानियत थी और वही इंसानियत हमें सच्चा इंसान बनने को कह रही थी। तारा कहती हैं कि हम इंसान ही तो इंसान के काम आएंगे, वरना इंसान और जानवर में क्या अंतर रह जाएगा।
दंगाइयों से बचान के लिए मुस्लिम परिवार को रखा मंदिर में
तारा नेगी के मुताबिक, जब मुस्लिम परिवार को बचाने की बात सामने आई तो सबसे सुरक्षित मंदिर लगा, हालांकि, पुलिस भी सूचना के थोड़ी देर बाद पहुंच गई और फिर पुलिस ने ही पूरे परिवार को उसके घर पहुंचाया।