दिल्ली-NCR में गर्म हवाएं करेगी बुरा हाल, अगले हफ्ते 42 डिग्री पहुंचेगा तापमान; UP में लू को लेकर एडवाइजरी जारी
Heatwave Alert दिल्ली-एनसीआर में मौसम में बदलाव के साथ ही लू पड़ने की आशंका बढ़ने लगी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल अप्रैल से ही लू पड़ने का पूर्वानुमान है। इसकी तैयारियां प्रशासन ने शुरू कर दी हैं। इसके लिए एक ओर जहां आमजन को लू से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। वहीं अस्पतालों व अन्य विभागों को भी अपनी तैयारी पूरी कर लेनी होगी।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में गर्मी के बढ़ते एहसास के बीच अधिकतम के बाद अब न्यूनतम तापमान में भी इजाफा होने लगा है। दिन में भी गर्मी की चुभन बढ़ने लगी है। मंगलवार तक अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच जाने का अनुमान है।
बृहस्पतिवार (3 अप्रैल) को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री दर्ज किया गया। दिन का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। आसमान साफ ही रहेगा। 10 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी।
लू को लेकर नोएडा में एडवाइजरी जारी
नोएडा जिला प्रशासन ने लू को लेकर एडवाइजरी जारी की है। आने वाले दिनों में तापमान बढ़ने के साथ ही लू का प्रकोप बढ़ेगा। लोगों को घरों से बाहर निकलने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी अपनाने की सलाह दी है। जिला आपदा विशेषज्ञ ने लोगों से कहा कि वे बढ़ते तापमान के चलते लू और गर्म हवाओं के संपर्क में आने से बचें।
दोपहर 12 से तीन बजे तक घर से बाहर न निकलें
गर्म हवा के संपर्क में आने से लू लग सकती है। लू लगने पर चिकित्सा सहायता जरूर लें। जारी एडवाइजरी में लोगों को कड़ी धूप में दोपहर 12 से तीन बजे तक बाहर न निकलने से बचने की सलाह दी गई है। इसके अलावा गर्म हवा के स्थिति जानने के लिए संचार माध्यम एवं मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी लेने की सलाह दी है।
इन बातों का रखें ध्यान
- शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए अधिक से अधिक पानी पीएं
- हल्के रंग व ढीले सूती वस्त्र पहने
- बाहर निकलने के दौरान गमछा, चश्में, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहने
- शराब, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ के सेवन से बचें
- यात्रा के दौरान पानी की बोतल साथ रखें
- गर्मी में ओआरएस घोल का सेवन व घरेलू पेय जैसे, नीबू पानी पीएं
- बीमार महसूस होने पर डॉक्टर की सलाह लें
- जानवरों को छायादार स्थान में रखें और उन्हें पानी दें
- घर को ठंडा रखें, घर को पर्दे से ढकें, रात में घर की खिड़िकियों को खोलकर रखें
- खिड़की की रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढकने की सलाह दी है।
हीट स्टोक से बचाव के प्रति रहें गंभीर
लू से बचने के लिए हापुड़ एडीएम और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने अपनी गाइडलाइन जारी कर दी हैं। अपर जिलाधिकारी ने अपील करते हुए कहा है कि जन-सामान्य लू से बचाव को लेकर सुझाए गए उपायों को अमल में लाएं।
अपर जिलाधिकारी और आपदा प्रबंधन के नोडल अधिकारी संदीप कुमार ने जनता से अपील की है कि वह लू से बचाव के लिए उपायों को गंभीरता से अपनाएं और अपनी तथा स्वजन की सुरक्षा करें।
संबंधित विभागों को भी लू से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने और आवश्यक एहतियाती कदम उठाने की जरूरत है। लू जैसी गंभीर प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए संबंधित विभागों को अपनी तैयारियों को मजबूत करना होगा। गर्मी के मौसम में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। आने वाले दिनों में यह और बढ़ने की संभावना है।
जिला आपदा विशेषज्ञ के सुझाव
जिला आपदा विशेषज्ञ गजेंद्र सिंह बघेल ने लू से बचाव के लिए कई व्यवहारिक और प्रभावी तरीके सुझाए हैं। गर्म हवाओं से बचने के लिए घर की खिड़कियों को रिफ्लेक्टर सामग्री जैसे एल्यूमिनियम पन्नी या गत्ते से ढकना चाहिए। इससे बाहर की गर्मी को घर के अंदर आने से रोका जा सकता है।
खास तौर पर दोपहर के समय, जब गर्म हवाएं तेज होती हैं, उन खिड़कियों और दरवाजों पर काले परदे लगाने की सलाह दी गई है, जहां से गर्मी का प्रवेश अधिक होता है।
मौसम के पूर्वानुमान पर रखें नजर
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लोग स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान पर नजर रखें। इसके लिए रेडियो, टेलीविजन या अन्य संसाधनों का उपयोग किया जा सकता है, ताकि तापमान में होने वाले बदलावों के प्रति सजग रहा जा सके। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लेना भी उपयोगी हो सकता है।
विशेष रूप से बच्चों और पालतू जानवरों की सुरक्षा पर ध्यान देना होगा। इन्हें कभी भी बंद वाहन में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, क्योंकि गर्मी के कारण वाहन के अंदर का तापमान तेजी से बढ़ सकता है, जोकि जानलेवा हो सकता है।
तीव्र ताप से बचने की सलाह
गजेंद्र सिंह ने लोगों से अपील की कि जहां तक संभव हो, वह घर के अंदर ही रहें और तेज गर्मी से बचें। घर की निचली मंजिल पर रहना बेहतर है। संतुलित, हल्का और नियमित भोजन करना चाहिए। मादक पेय पदार्थों जैसे शराब या नशीले पदार्थों से पूरी तरह परहेज करना जरूरी है। घर से बाहर निकलते समय शरीर और सिर को कपड़े, टोपी या छाते से ढककर रखना चाहिए ताकि सूर्य की किरणों से सीधा संपर्क न हो।
गर्मी से राहत पाने के लिए लस्सी, छाछ, मट्ठा, बेल का शरबत, नमक-चीनी का घोल, नींबू पानी और आम का पना प्रयोग करें। ये पेय पदार्थ शरीर में पानी और नमक की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं और लू से बचाव में सहायक होते हैं।
क्या हैं लू के लक्षण?
गजेंद्र सिंह ने बताया कि लू के प्रमुख लक्षणों में गर्म, लाल और शुष्क त्वचा, पसीना न आना, तेज नाड़ी (पल्स), सांस की गति में तेजी, व्यवहार में बदलाव, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, मिचली, थकान, कमजोरी, चक्कर आना और मूत्र की कमी या न होना शामिल हैं। इन लक्षणों के कारण शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाता है, जिससे आंतरिक अंगों, खास तौर पर मस्तिष्क को नुकसान पहुंच सकता है।
खराब श्रेणी में दिल्ली की हवा
उधर, दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिलहाल खराब ही बनी हुई है। बृहस्पतिवार को सुबह 9 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 222 दर्ज किया गया। इसे खराब श्रेणी में रखा जाता है।
एनसीआर के शहरों में भी हवा मध्यम से खराब श्रेणी में चल रही है। इसीलिए बुधवार से ग्रेप का पहला चरण भी दोबारा लागू कर दिया गया है। पूर्वानुमान है कि हाल फिलहाल इसमें बहुत अधिक बदलाव नहीं होगा।
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