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    पार्किंग में खड़ी गाड़ी में बच्चों-पालतू जानवरों को न छोड़ने वाले हो जाएं सतर्क, NDMA और DDMA ने बताए नुकसान

    By rais rais Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Wed, 28 May 2025 11:13 PM (IST)

    एनडीएमए और डीडीएमए नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि वे अपनी गाड़ी में बच्चों या पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें। लोगों को गर् ...और पढ़ें

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    गाड़ी में बच्चों या पालतू जानवरों को अकेला न छोड़ें। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लू से बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बीच-बीच में मौसम में सुखद बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं, लेकिन बाकी दिनों में गर्मी और उमस से जनजीवन प्रभावित है।

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    राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) लोगों को गर्मी से होने वाली बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए जानकारी दे रहे हैं। बाजारों, मोहल्लों, पार्कों में नुक्कड़ नाटक के जरिए बताया जा रहा है कि अगर आप अपनी गाड़ी पार्किंग में खड़ी करते हैं, तो उसमें बच्चों या पालतू जानवरों को बिल्कुल न छोड़ें।

    लोगों को गर्मी से होने वाले लक्षणों को पहचानने, सुरक्षात्मक उपाय करने और गर्मी से होने वाली बीमारियों के खतरे को कम करने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही शराब, चाय, कॉफी या कार्बोनेटेड पेय से बचने की जानकारी भी दी जा रही है।

    लू से बचाव के लिए ये करें

    • हाइड्रेटेड रहें यानी प्यास न लगने पर भी नियमित रूप से पानी पीते रहें।
    • हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, बाहर टोपी या छाते का इस्तेमाल करें।
    • दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें।
    • ओआरएस, छाछ, नींबू पानी और अन्य हाइड्रेटिंग पेय का सेवन करें।
    • पर्दे, पंखे और वेंटिलेशन के साथ रहने की जगह को ठंडा रखें।
    • चक्कर आना, कमजोरी, मतली या दौरे जैसे गर्मी से होने वाले थकावट के लक्षणों के प्रति सतर्क रहें।
    • कार्यस्थलों पर ठंडा पीने का पानी उपलब्ध कराएं।

    इन बातों का ध्यान रखें

    • बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क किए गए वाहनों में न छोड़ें।
    • चरम गर्मी के घंटों के दौरान बाहरी गतिविधियों से बचें।
    • भारी या गहरे रंग के कपड़े न पहनें।
    • शराब, चाय, कॉफी या कार्बोनेटेड पेय से बचें, क्योंकि ये निर्जलीकरण का कारण बनते हैं।

    हीटस्ट्रोक से प्रभावित व्यक्ति के इलाज के लिए सुझाव

    • व्यक्ति को ठंडी जगह, छाया में लिटाएँ।
    • उसके शरीर को बार-बार गीले कपड़े से पोंछें या धोएँ।
    • सिर पर सामान्य तापमान का पानी डालें।
    • मुख्य बात शरीर के तापमान को कम करना है।
    • व्यक्ति को ओआरएस या नींबू का रस या शरीर को फिर से हाइड्रेट करने के लिए जो भी उपयोगी हो, पीने के लिए दें।
    • व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं।