दूसरे युवक से दोस्ती करने पर शख्स ने कर दी थी गर्लफ्रेंड की हत्या, क्राइम ब्रांच ने 48 घंटे में गुत्थी को सुलझाया
जीटीबी एन्क्लेव में युवती की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच ने आरोपी रिजवान को करनाल से गिरफ्तार किया। रिजवान ने युवती को दूसरे युवक के साथ देखने पर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जीटीबी एन्क्लेव में एक युवती की दो गोलियां मारकर हत्या कर देने के मामले में क्राइम ब्रांच ने आरोपित रिजवान को करनाल से गिरफ्तार कर लिया है। दूसरे युवक के साथ गर्लफ्रेंड को देख लेने पर रिजवान ने उसे कई बार उससे दोस्ती खत्म कर लेने की चेतावनी दी थी, लेकिन युवती उसकी बात मानने को तैयार नहीं थी। जिस पर दोस्त के सहयोग से अवैध हथियार व कारतूस खरीदकर रिजवान ने युवती की हत्या कर दी।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर संजय सैन के मुताबिक रिजवान, सुंदर नगरी का रहने वाला है। वह निर्माण स्थलों पर वेल्डर के रूप में काम करता था। उसने युवती को पहली बार आनंद ग्राम में करीब तीन माह पहले देखा था, जहां वह एक निर्माण स्थल पर वेल्डर के रूप में काम कर रहा था। उसके बाद उसने युवती को इंस्टाग्राम पर फॉलो करना शुरू कर दिया था। उसकी बातचीत ऑनलाइन चैट से कॉल पर बदल गई। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई।
युवती ने किसी भी शारीरिक अंतरंगता का विरोध किया
युवती ने कथित तौर पर किसी भी शारीरिक अंतरंगता का विरोध किया। इनके बीच तनाव तब बढ़ गया जब रिजवान ने उसे एक इमारत में दूसरे युवक के साथ देख लिया था। इसको लेकर दोनों में झगड़ा हाे गया था। रिजवान की बार-बार चेतावनी के बावजूद युवती ने दूसरे लड़के के साथ अपना संबंध खत्म करने से इन्कार कर दिया। इसपर रिजवान ने हत्या की साजिश रची।
घटना से दो दिन पहले एक कट्टा और कारतूस खरीदा
घटना से दो दिन पहले उसने एक दोस्त के जरिये एक कट्टा और कारतूस खरीदा। 14 अप्रैल की रात को उसने इंस्टाग्राम के जरिए युवती से संपर्क कर उसे रात आठ बजे कोडिया कॉलोनी गेट पर मिलने के लिए बुलाया। उस समय वह नशे में था। थोड़ी देर की बातचीत के बाद दोनों जनता फ्लैट इलाके की ओर चल दिए। वहां युवती ने एक बार फिर अपनी दूसरी दोस्ती खत्म करने से इनकार कर दिया। इसपर तीखी नोकझोंक में रिजवान ने उस पर दो गोलियां चला दी, ताकि वह बच न सके।
वारदात के बाद हथियार अपने एक दोस्त को सौंपा
वारदात के बाद वह मौके से भाग गया और हथियार को अपने एक दोस्त को सौंप दिया। पुलिस टीम ने जांच पड़ताल के बाद आधी रात को रिजवान की तलाश में छापा मारा, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। उसका मोबाइल बंद था। उसके स्वजन ने उसके ठिकाने के बारे में अनभिज्ञता जताई।
एसीपी रमेश चंद्र लांबा, इंस्पेक्टर पंकज मलिक व रोहित कुमार क टीम ने तमाम प्रयास के बाद करनाल में सड़क किनारे एक भोजनालय के पास से दबोच लिया। रिजवान वही कपड़े पहने हुए पाया गया जो उसने हत्या के समय पहना था।

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