दिल्ली में लगेंगे GRAP-4 के प्रतिबंध! अगले चार महीने तक लोगों को झेलनी होगी परेशानी; अटके सारे काम
दिल्ली में प्रदूषण के कारण GRAP-3 के प्रतिबंध लगने से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है। अगले चार महीनों तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पीडब्ल्यूडी की लगभग सभी परियोजनाओं की गति धीमी हो गई है। इस दौरान सड़कों की मरम्मत और खोदाई कार्य पर प्रतिबंध है। ऐसे में सवाल उठता है कि पिछले सालों की स्थिति से पीडब्ल्यूडी ने कोई सबक क्यों नहीं लिया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। हर साल की तरह इस बार भी प्रदूषण दिल्ली के काम रोकने के लिए तैयार है। ग्रेप तीन के लगने के बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की लगभग सभी परियोजनाओं की गति धीमी हो गई है और ग्रेप चार के लगने के बाद काम बिल्कुल ठप होगा। ग्रेप चार के बहुत जल्द लगने की संभावना जताई जा रही है। कुल मिलाकर फरवरी 2025 तक काम इसी तरह प्रभावित रहेगा।
ऐसे में सवाल यही उठता है कि यह सब जानते हुए भी पीडब्ल्यूडी परियोजनाओं को लेकर उस समय में काम पर अधिक फोकस क्यों नहीं बढ़ता है जब दिल्ली में काम पर किसी तरह की रोक नहीं हाेती है। सीधी सी बात है कि प्रदूषण के चलते चार माह के दौरान हर साल काम बंद रहने के पिछले सालों की स्थिति से पीडब्ल्यूडी ने कोई सबक क्याें नहीं लिया है।
फ्लाईओवर और अंडरपास की छह बड़ी परियोजनाएं
बहरहाल दिल्ली की बात करें तो इस समय दिल्ली को जाम से मुक्ति दिलाने के तहत फ्लाईओवर और अंडरपास बनाने की छह बड़ी योजनाओं पर काम चल रहा है। जबकि अस्पतालों में बेड बढ़ाने की 15 और चार नए अस्पताल बनाने की परियोजनाएं शामिल हैं। हालांकि अस्पतालों से संबंधित परियाेजनाओं को फंड नहीं मिल पाने से पहले से धीमी गति से काम चल रहा है।
फ्लाईओवरों की योजना के लिए फंड की अड़चन नहीं
मगर फ्लाईओवरों की योजना के लिए फंड की अड़चन नहीं है। अगर परियाेजनाओं के बीच आ रहे हरे पेड़ों के मुद्दे को अलग कर दें तो और कोई ऐसी अड़चन नहीं है कि जिससे परियोजना की गति धीमी हो सके। मगर अब जो समय आ गया है इसके चलते काम के प्रभावित हाेने की पूरी संभावना है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब तक प्रदूषण कम नहीं होगा तो काम लगभग ठप रहेगा। इससे परियोजनाओं के पूरी होने में कम से कम चार माह और देरी हो सकती है।
सड़कों की मरम्मत और खोदाई कार्य पर प्रतिबंध
उन्होंने बताया कि अभी परियाेजनाओं के काम पर रोक नहीं है, मगर जिस तरह के प्रतिबंध ग्रेप तीन में लगाए गए हैं उनसे काम होना संभव नहीं दिख रहा है, क्योंकि ग्रेप तीन में सड़कों की मरम्मत और खोदाई कार्य पर प्रतिबंध है। ऐसा कोई काम नहीं किया जा सकता है जिससे धूल हो, जबकि निर्माण कार्य में 50 से 70 प्रतिशत तक काम किसी न किसी कारण से धूल वाला ही हाेता है।
सिग्नल फ्री करने के लिए चार बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू
ढांचागत विकास की परियोजनाओं की बात करें तो पिछले 2022 में सड़कों को सिग्नल फ्री करने के लिए चार बड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू किया गया था। इसके तहत नए फ्लाईओवर और अंडरपास बनाकर लोगों को जाम से राहत देने की तैयारी शुरू की गई थी। इसके तहत 10 अक्टूबर 2022 काे अप्सरा बॉर्डर परियोजना का शिलान्यास किया गया है। पंजाबी बाग फ्लाईओवर का 29 सितंबर 2022 काे शिलान्यास किया गया। नवंबर 2022 में नंद नगरी में गगन सिनेमा लालबत्ती पर फ्लाईओवर बनाने का काम शुरू हुआ।
अप्सरा बॉर्डर और पंजाबी बाग का काम लगभग पूरा
इन सभी परियाेजनाओं को दो साल के अंदर ही पूरा हो जाना था, अप्सरा बॉर्डर और पंजाबी बाग का काम लगभग पूरा है। मुकरबा चौक व हैदरपुर मेट्रो रोड को जाममुक्त बनाने के लिए तीन अंडरपास का 27 सितंबर 2022 काे शिलान्यास किया गया। यह काम बहुत धीमी गति से हो रहा है। प्रगति मैदान के पास भैरों मार्ग से रिंग रोड पर जाने के लिए अंडरपास को बनाने का काम चल रहा है। यमुना खादर में मयूर विहार फेज-एक के सामने बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-तीन का काम चल रहा है। यह काम समय से सात साल पीछे है।
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