Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi News: दिल्ली में स्कूलों के लिए रैंकिंग सिस्टम शुरू करेगी सरकार, मंत्री आशीष सूद का एलान

    शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने जागरण जोश एजुकेशन समिट 2025 में घोषणा की कि सरकार स्कूलों के लिए नई रैंकिंग प्रणाली शुरू करेगी ताकि शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो। इस प्रणाली में सीखने अनुशासन और नई शिक्षा नीति को मापदंड बनाया जाएगा। सरकार नीव कार्यक्रम के तहत कक्षा 6-12 के छात्रों में उद्यमिता और आत्मविश्वास विकसित करेगी। नए CM श्री स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम और AI टूल्स शामिल होंगे।

    By uday jagtap Edited By: Rajesh KumarUpdated: Wed, 09 Apr 2025 09:58 PM (IST)
    Hero Image
    दिल्ली के स्कूलों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए रैंकिंग प्रणाली शुरू की जाएगी: आशीष सूद। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दैनिक जागरण के जागरण जोश एजुकेशन समिट एंड अवार्ड सेरेमनी 2025 के पांचवें संस्करण में बुधवार को मुख्य भाषण देते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि राजधानी के 1670 निजी और एक हजार सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार रैंकिंग सिस्टम शुरू करने जा रही है। निजी और सरकारी स्कूलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा स्थापित कर शिक्षा में सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा, जब आप विश्वविद्यालयों की रैंकिंग देखते हैं, तो आपको स्कूलों के बारे में पता होना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकार नई ग्रेडिंग प्रणाली लागू करेगी

    ललित होटल में आयोजित कार्यक्रम में सूद ने कहा कि कितने बच्चे टॉप करते हैं, इसे शिक्षा का सही अर्थ नहीं कहा जा सकता। वहां सीखने के क्या मापदंड हैं, शिक्षा से क्या निकला, वहां अनुशासन की क्या स्थिति है और नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की क्या व्यवस्था है। बच्चे किस परिवेश से वहां आ रहे हैं। इन मापदंडों को ध्यान में रखते हुए सरकार नई ग्रेडिंग प्रणाली लागू करेगी।

    उन्होंने कहा कि सरकार कई नवाचार भी ला रही है। जैसे इस जागरण जोश के पांचवें संस्करण की थीम स्किल, लर्निंग और स्किलिंग है। उसी तरह हम दिल्ली के स्कूलों में न्यू एरा इन एंटरप्रेन्योरशिप एम्प्लॉयबिलिटी विजन (नीव) कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं।

    बजट में किया गया ये प्रावधान

    मंत्री ने आगे कहा कि इसके लिए बजट में प्रावधान किया गया है। इसमें छठी से 12वीं तक के छात्रों में उद्यमशीलता के गुण और आत्मविश्वास पैदा करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा, पिछली सरकारों ने बड़े क्लासरूम, बड़ी इमारतें और आकर्षक ब्लैक बोर्ड बनाकर इसे शिक्षा के विस्तार के तौर पर प्रचारित किया। लेकिन, नई शिक्षा नीति को नजरअंदाज कर दिया गया। जिसका उद्देश्य देश को औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त करना है।

    उन्होंने आगे कहा कि हम नए सीएम श्री स्कूल खोल रहे हैं। इनमें न सिर्फ स्मार्ट क्लासरूम होंगे बल्कि अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर भी होगा। इनमें बेहतर AI लर्निंग टूल्स मिलेंगे, स्किल्स बेहतर होंगी, हमारी सरकार डिजिटल साक्षरता और AI रोबोटिक्स और दूसरी लर्निंग पर बहुत काम करने जा रही है। 27 साल के बाद भाजपा सरकार को बजट पेश करने का मौका मिला है। दिल्ली के बच्चों के लिए चार हजार करोड़ से ज्यादा दिए गए हैं। 19 हजार 291 करोड़ का बजट दिया गया है।

    यह भी पढ़ें: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के बाद अब 'बेटी बढ़ाओ' पर जोर, CM रेखा गुप्ता का महिला सशक्तिकरण पर फोकस