खुशखबरी: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम नहीं बढ़ाएगा संपत्ति कर, लाखों लोगों को मिलेगी राहत
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती की ओर से वर्ष 2020-21 के लिए प्रस्तावित संपत्तिकर की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव को खारिज करने पर शुक् ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती की ओर से वर्ष 2020-21 के लिए प्रस्तावित संपत्तिकर की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव को खारिज करने पर शुक्रवार को अंतिम मुहर लग गई। निगम की नेता सदन कमलजीत सहरावत ने बजट प्रक्रिया को अंतिम रूप देते हुए निगमायुक्त की ओर से संपत्तिकर की दरों को बढ़ाने के प्रस्ताव के साथ ही पेशेवर और शिक्षा कर लगाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। साथ ही उन्होंने स्थायी समिति अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता के उस फैसले को भी स्वीकार कर लिया, जिसमें अनधिकृत कॉलोनियों से बकाया संपत्तिकर माफ करने का एलान किया गया था। उन्होंने इन कॉलोनियों में विकास के लिए 2-25 लाख रुपये का प्रत्येक पार्षद को विवेकाधीन फंड और प्रदूषण को कम करने के लिए स्मॉग टावर लगाने की घोषणा की है।
नेता सदन कमलजीत सहरावत ने बजट प्रस्तावों को प्रस्तुत करते हुए कहा कि चूंकि इन अनधिकृत कॉलोनियों को अब नियमित किया जा रहा है तो हम अब वर्तमान से ही संपत्तिकर लेंगे। वर्ष 2004 से लेकर 2018 तक का बकाया संपत्तिकर माफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि इससे निगम के अधीन आने वाली 925 कॉलोनियों को लाभ होगा। इन कॉलोनियों में नीले रंग के सुंदर बोर्ड भी मकानों की सूचना के लिए लगाए जाएंगे। इसके साथ ही सहरावत ने ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों पर भी मेहरबानी दिखाई है।
उन्होंने दक्षिणी निगम के अधीन आने वाली 600 ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों की स्ट्रीट लाइट को निगम के अधीन करने एलान किया है। इसके बाद निगम इन ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों की स्ट्रीट लाइटों का बिजली का बिल भी वहन करेगा, साथ ही मरम्मत भी करेगा। इतना ही नहीं, वरिष्ठ नागरिकों को संपत्तिकर में छूट देने के लिए उनकी आयु 65 से 60 वर्ष करने की मांग दिल्ली सरकार से की गई है। प्रदूषण की समस्या को देखते हुए निगम के अधीन आने वाले प्रदूषण के हॉट स्पॉट पर पांच स्मॉग टावर लगाने की घोषणा की गई है। इसमें ओखला, पंजाबी बाग, आरकेपुरम, मायापुरी और द्वारका में स्मॉग टावर लगाए जाएंगे।
125 डलाव घर होंगे बंद, खुलेंगे पुस्तकालय : निगम छह माह में 125 डलाव घरों को बंद कर देगा। इसके लिए निगम एफसीटीएस तकनीक का उपयोग करेगा। यह मशीन कूड़े को कंप्रेस कर देती है, जिससे कूड़ा बहुत कम हो जाता है। कमलजीत सहरावत ने बताया कि अगले छह माह में 300 में से 125 डलाव घर बंद हो जाएंगे। इनके स्थान पर यहां पर पुस्तकालय या फिर मनोरंजन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की नेता सदन कमलजीत सहरावत सदन की बैठक में बजट प्रस्तावों को अंतिम रूप देती हुईं ’ जागरण अटल आहार योजना का बदलेगा स्वरूप सहरावत ने अटल आहार योजना का भी स्वरूप बदलने का ऐलान किया है, जिसमें 10 रुपये की थाली को 15 रुपये करने का ऐलान किया है, लेकिन इसमें खाने की मात्र के साथ सलाद की भी व्यवस्था होगी। सहरावत की घोषणा के अनुसार 20 अन्य स्थानों पर यह व्यवस्था की जाएगी। इसमें फूड वैन से खाना उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें संचालक सुबह 9 बजे से अपराह्न् 3 बजे तक सस्ता खाना उपलब्ध करा सकेंगे, वहीं 3 बजे से रात 9 बजे तक वह इस वैन का उपयोग व्यावसायिक तौर पर भी कर सकेंगे। हालांकि वैन पर लगने वाले विज्ञापन से होने वाली आय निगम को देनी होगी। वर्तमान में निगम पांच स्थानों पर अटल आहार योजना चलाता है, जो 25 दिसंबर 2017 को शुरू की गई थी। ओखला मंडी, मटियाला चौक, ग्रीन पार्क, एम्स,बी- ब्लॉक रघुबीर नगर पर यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही थी।
दक्षिणी दिल्ली निगम के चार कॉलोनियों का होगा पुनर्विकास खराब आर्थिक हालातों के बीच निगम की स्थिति सुधारने के लिए दक्षिणी निगम ने अपनी चार कॉलोनियों के पुनर्विकास की घोषणा की है। इसमें लोधी कालोनी, श्रीनिवासपुरी, स्वामी नगर, ग्रेटर कैलाश कॉलोनी हैं। यहां पर दो मंजिला इमारत को तोड़कर बहुमंजिला बनाया जाएगा। इससे निगम को आय भी होगी, क्योंकि वर्तमान की जरूरत के हिसाब से निगम इन प्लाट को अपने पास रख लेगा बाद में फिर इसकी बिक्री कर देगा।

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