दिल्ली में वाहन चालकों को मिलने वाली है खुशखबरी, FASTag से अपने आप कट जाएगा पार्किंग का शुल्क
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के अनुसार 91 फीसद वाहनों पर अब फास्टटैग लग गया है। ऐसे में इसका उपयोग पार्किंग शुल्क के लिए किया जाएगा तो इससे लोगों का समय भी बचेगा साथ ही पार्किंग को लेकर जो अनिमियत्ता होती है वह भी नहीं होगी।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल चुकाने के लिए अनिवार्य रूप से लागू हुए फास्टटैग का उपयोग अब पार्किंग का शुल्क देने के लिए भी होगा। इसके लिए राजधानी में लुटियंस दिल्ली से ट्रायल शुरू होगा। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) ने इसके लिए मालचा मार्ग पार्किंग को चिन्हित किया है। जहां पर फास्टटैग से शुल्क लेने वाली तकनीक को अगले दो सप्ताह में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद फिर ट्रायल शुरू होगा। ट्रायल सफल होने की स्थिति में इसे एनडीएमसी की करीब 40 पार्किंग में लागू किया जाएगा। फिलहाल जिस पार्किंग से ट्रायल शुरू होगा वह 70 वाहनों की पार्किंग है।
एनडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के अनुसार 91 फीसद वाहनों पर अब फास्टटैग लग गया है। ऐसे में इसका उपयोग पार्किंग शुल्क के लिए किया जाएगा तो इससे लोगों का समय भी बचेगा साथ ही पार्किंग को लेकर जो अनिमियत्ता होती है वह भी नहीं होगी। इसलिए इसको ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फास्टटैग से शुल्क लेने के लिए पार्किंग के प्रवेश और निकास पर वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन करने वाले कैमरे व बूम बैरियर भी लगाए जाने हैं। इसको लेकर एक निजी कंपनी से बात हुई है वह निश्शुल्क एनडीएमसी को उपलब्ध कराने के लिए तैयार हो गई है। संभवत: दो सप्ताह में कैमरे और बूम बैरियर लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा। जिसके बाद से ट्रायल शुरू होगा।
उल्लेखनीय है कि एनडीएमसी क्षेत्र में 94 स्थलीय पार्किंग हैं। इसमें 40 पार्किंग का संचालन एनडीएमसी खुद करती है तो वहीं 54 पार्किंग का संचालन निजी कंपनी के द्वारा होता है। इन 40 पार्किंग में भ्रष्टाचार की शिकायतों को कम करने के लिए इस तकनीक को अपनाने की योजना है।
ऐसे काम करेगी तकनीक
प्रवेश व निकास पर वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन वाले कैमरे लगे होंगे। जैसे ही नंबर प्लेट स्कैन होगी तो फास्टटैग सर्वर से वह डाटा मिल जाएगा। टैग मान्य होने पर बूम बैरियर स्वत: खुल जाएगा। निकासी के समय पर भी ऐसा होगा। इस दौरान जितने समय के लिए वाहन पार्किंग में खड़ा रहेगा एनडीएमसी द्वारा निर्धारित शुल्क फास्टटैग से कट जाएगा। साथ ही यह पूरा डाटा एनडीएमसी के कंट्रोल एंड कंमाड सेंटर में आ जाएगा। इससे पार्किंग में सुरक्षा को मजबूत करने के साथ पार्किंग के विवादों को खत्म किया जा सकेगा।
शुल्क चुकाने की भी होगी सुविधा
अधिकारी के अनुसार फास्टटैग के साथ नकद शुल्क चुकाने की भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि ट्रायल के दौरान नागरिकों किसी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए वहां नकद पार्किंग शुल्क चुकाने की भी सुविधा होगी। इससे वह वाहन भी प्रवेश कर पाएंगे जिनके पास फास्टटैग नहीं है।