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    Delhi के साथ NCR वालों के लिए गुड न्यूज, दिल्ली से नोएडा तक चलेगी वॉटर टैक्सी; इन स्टेशनों पर होगा ठहराव

    Updated: Mon, 24 Feb 2025 03:18 PM (IST)

    Delhi to Noida water taxi दिल्ली के साथ अब NCR वालों के लिए भी खुशखबरी है। एनसीआर प्लानिंग बोर्ड यमुना नदी में वॉटर टैक्सी चलाने की योजना बना रहा है। ...और पढ़ें

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    Delhi Water Taxi Service: यमुना में चलेगी वॉटर टैक्सी, दिल्ली से नोएडा तक होगा सफर। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली।Delhi NCR Water Taxi Service: एनसीआर प्लानिंग बोर्ड (एनसीआरपीबी) यमुना में वॉटर टैक्सी चलाने की योजना बना रहा है। बोर्ड ने यह प्रस्ताव एनसीआर के अंतर्गत आने वाले राज्यों के सचिवों से बैठक में रखा है। बोर्ड के अनुसार, दिल्ली से नोएडा तक चलने वाली इस वाटर टैक्सी का रूट मदनपुर खादर से लेकर आइटीओ तक होगा और उसी के अनुरूप वाटर टैक्सी स्टेशन बनाए जाएंगे।

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    एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के मदनपुर खादर, निजामुद्दीन, आइटीओ और फिल्म सिटी नोएडा तक वाटर टैक्सी के लिए स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए अंतर्देशीय जल परिवहन विभाग (आईडब्ल्यूएआई) को प्रस्ताव दिया गया है। इसके तहत यह वॉटर टैक्सी यमुना में 20-25 सवारियों को लेकर एक जगह से दूसरी जगह तक जाएगी।

    वॉटर टैक्सी चलाने के लिए एक से 1.2 मीटर जल स्तर की जरूरत

    बैठक के दौरान हुई चर्चा को लेकर एक अधिकारी ने बताया कि यमुना में वॉटर टैक्सी चलाने के लिए एक से 1.2 मीटर जल स्तर की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में यमुना नदी पर वॉटर टैक्सी के लिए ना सिर्फ रिवर फ्रंट बनवाने की जरूरत है, बल्कि परिवहन और टूरिज्म के लिए भी इसे सहज बनाने की जरूरत पड़ेगी।

    अधिकारी ने बताया कि वॉटर टैक्सी शुरू करने से पहले दिल्ली से लेकर नोएडा तक पानी का सर्वेक्षण और उसके ट्रैफिक का अध्ययन करना होगा। बता दें कि दिल्ली में चुनावों के दौरान भाजपा ने यमुना नदी को साफ करने का वादा किया था। इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को नदी को साफ करने के वादे की ओर पहले कदम की तरह देखा जा रहा है।

    तत्कालीन आप सरकार से नहीं मिला था सहयोग 

    दिल्ली की यमुना नदी में वॉटर टैक्सी चलाने के प्रोजेक्ट से नदी की सफाई भी हो जाएगी। एनसीआरपीबी ने आईडब्ल्यूएआई से इस योजना की विस्तृत जानकारी मांगी हैं। साथ ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए भी कहा गया है।

    यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एलजी वीके सक्सेना भी इस तरह की पहल के लिए प्रयास कर चुके हैं, लेकिन तत्कालीन आप सरकार का सहयोग नहीं मिलने के कारण योजना आगे नहीं बढ़ सकी थी।

    वहीं, चुनाव आचार संहिता लगने से पहले एलजी ने डीडीए (DDA) को यमुना पर रोप-वे, केबल-वे विकसित करने के लिए जगहों का सर्वे करने और इसे चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया था। केबल कारों के माध्यम से यात्रियों को यमुना के एक ओर से दूसरी तरफ ले जाया जाएगा।

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