New Delhi: हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या में भगोड़ा घोषित युवती नोएडा से हुई गिरफ्तार
उत्तर पूर्वी जिले में फरवरी 2020 में हुए दंगे के दौरान कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के लिए भीड़ जुटाने वाली युवती को पुलिस ने ढाई साल बाद गिरफ्तार किया । आरोपित की पहचान रवीश के रूप में हुई है। वारदात के बाद से ही वह फरार चल रही थी
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर पूर्वी जिले में फरवरी 2020 में हुए दंगे के दौरान हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के लिए भीड़ जुटाने वाली युवती को पुलिस ने ढाई साल बाद गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान रवीश के रूप में हुई है। वारदात के बाद से ही वह फरार चल रही थी, कड़कड़डूमा कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दंगे भड़के थे
उत्तर पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सैन ने बताया कि वर्ष 2020 फरवरी में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन को रहे थे। उसी दौरान दंगे भड़क गए थे। 25 फरवरी को वजीराबाद रोड पर चांद बाग के पास दंगे में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में युवती समेत पांच मुख्य आरोपित थे। आरोपित युवती वारदात के बाद से ही फरार चल रही थी। कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया था।
नोएडा में नौकरी कर रही थी
पुलिस ने युवती की तलाश शुरू की, उसके मोबाइल की सीडीआर निकाली गई। इस दौरान पुलिस को पता चला कि युवती नोएडा में एक मोबाइल नंबर पर लगातार बात कर रही है। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये उसकी लोकेशन ट्रेस की तो वह नोएडा सेक्टर-63 की निकली। जांच के दौरान पता चला कि युवती नोएडा में नौकरी कर रही है, बृहस्पतिवार शाम को पुलिस ने उसे नोएडा से गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सीएए को लेकर यमुना पार में जगह-जगह हुए प्रदर्शन में युवती ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। प्रदर्शन के लिए लोगों की भीड़ को जमा करती थी। पुलिस ने बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रही थी।