कम खर्च में जारी रहेगा एसी ट्रेनों का सफर, रेलवे ने गरीब रथ ट्रेनों पर लिया अहम निर्णय
रेलवे पहले फेज में निजामुद्दीन से चेन्नई के बीच चलने वाली गरीब रथ की जगह हमसफर चलाने वाला था। दूसरे फेज में भागलपुर गरीब रथ को बंद किया जाना था।

नई दिल्ली, जेएनएन। गरीब रथ ट्रेनों को बंद करने का निर्णय आम जनता व सांसदों के विरोध के बाद रेलवे ने वापस ले लिया है। इसलिए पहले की तरह यह पटरी पर दौड़ती रहेंगी और यात्री कम पैसे खर्च वातानुकूलित श्रेणी (एसी) में सफर करने का आनंद उठाते रहेंगे।
हमसफर एक्सप्रेस के पटरी पर आने के बाद गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों के पटरी से हटाने की चर्चा शुरू हो गई थी। हजरत निजामुद्दीन-चेन्नई गरीब रथ और आनंद विहार टर्मिनल से भागलपुर के बीच चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस समेत कुछ अन्य गरीब रथ ट्रेनों को बंद करने का निर्णय भी ले लिया गया था। हजरत निजामुद्दीन-चेन्नई गरीब रथ तो लेकर रेल प्रशासन की ओर से 30 सितंबर को पत्र भी लिखा गया था। दिसंबर के बाद इसे पटरी से हटाने की योजना थी।
बताया जा रहा था कि एक-एक करके सभी गरीब रथ को पटरी से हटा लिया जाएगा। रेल अधिकारी यह तर्क दे रहे थे कि गरीब रथ के कोच पुराने हैं, जो अब नहीं बन रहे हैं। इसका रखरखाव भी आसान नहीं है। इसलिए इसकी जगह हमसफर ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिसमें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे के इस फैसले का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया था। कई सांसदों ने भी इसे लेकर विरोध किया था। इसके बाद रेलवे ने गरीब रथ ट्रेनों का संचालन बंद करने के फैसले को वापस ले लिया है।
दूसरे फेज में बंद होनी थी भागलपुर गरीब रथ
रेलवे पहले फेज में निजामुद्दीन से चेन्नई के बीच चलने वाली गरीब रथ की जगह हमसफर चलाने वाला था। दूसरे फेज में भागलपुर गरीब रथ को बंद किया जाना था। इनका संचालन बंद होने पर चार महीने तक गरीब रथ एक्सप्रेस के टिकट पर यात्री हमसफर ट्रेनों में सफर करते।
एक भी दिन राइट टाइम नहीं चली
ट्रेन का नाम नंबर बदलने के साथ-साथ गरीब रथ का विस्तार वर्ष 2009 में भागलपुर कर दिया गया। इसके बाद ट्रेन उत्तर रेलवे की हो गई और एक ही रैक से परिचालन होने के कारण इसकी रफ्तार पर ब्रेक लग गया। महीने में 12 दिन अप और डाउन में चलने वाली गरीब रथ एक भी दिन राइट टाइम न भागलपुर पहुचंती है और न ही आनंद विहार टर्मिनल। नतीजतन पूरी मार यात्रियों को झेलनी पड़ रही है।

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