1.90 करोड़ रुपये के गांजा के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार, ओडिशा से दिल्ली लाया गया था 411 किलो नशा
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 1.90 करोड़ रुपये का 411 किलो गांजा जब्त कर चार तस्करों को गिरफ्तार किया। यह गांजा ओडिशा से दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई किया जाना था। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल ट्रक और कार भी बरामद की। गिरफ्तार तस्करों में लोकेश भारद्वाज आशीष खासा मोईन खान और श्रीकांत प्रसाद शामिल हैं।

जागरण संवाददात, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने चार ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार कर एक अंतरराज्यीय सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इनके कब्जे से 1.90 करोड़ रुपये मूल्य के 411 किलो गांजा जब्त किया गया है। बरामद गांजा
ओडिशा से लाया गया था, जिसकी आपूर्ति दिल्ली, हरियाणा व अन्य राज्यों में ड्रग्स तस्करों को की जानी थी। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल अशोक लीलैंड ट्रक और नेक्सन कार भी जब्त कर ली है।
डीसीपी क्राइम ब्रांच हर्ष इंदौरा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तस्करों के नाम लोकेश भारद्वाज (रेवाड़ी), आशीष खासा (रेवाड़ी), मोईन खान (नूंह), श्रीकांत प्रसाद (गोपालगंज, बिहार) का रहने वाला है। "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत क्राइम ब्रांच ड्रग्स तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई में जुटी हुई है।
इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच को पता चला कि लोकेश भारद्वाज द्वारा संचालित एक ड्रग्स सिंडिकेट दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय रूप से अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहा है।
टीम ने एसीपी अजय कुमार व इंस्पेक्टर संदीप यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गोल्फ कोर्स रोड, सेक्टर-19 द्वारका के अशोक लेलैंड और नेक्सन कार को रोक कर पहले तीन आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। ट्रक और कार से 411 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। बाद में आरोपितों से पूछताछ के आधार पर तस्करी के स्रोत श्रीकांत प्रसाद को ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया।
लोकेश भारद्वाज रेवाड़ी के एक नामी अंग्रेजी माध्यम स्कूल से स्कूली शिक्षा पूरी की। फिर उसने बी.काम में प्रवेश लिया और दूसरे वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी। उसके बाद उसने पिता के साथ आरओ वाटर प्लांट में काम करना शुरू किया, लेकिन अपेक्षित आय नहीं होने पर आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने ओडिश से गांजा लाकर बेचना शुरू कर दिया।
आशीष खासा, लोकेश भारद्वाज का करीबी दोस्त है। उसने हरियाणा में नरेश शर्मा के ट्रांसपोर्ट आफिस में काम करना शुरू किया। बाद में उसने आसानी से पैसा कमाने के लिए लोकेश भारद्वाज के साथ गांजा बेचना शुरू कर दिया। मोईन खान पहले मैकेनिक का काम करता था। बाद में उसने गांजा सप्लायरों के कहने पर अपने ट्रक में गांजा लाना शुरू कर दिया।
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