G20 Delhi: राष्ट्राध्यक्षों व उनकी पत्नियों के साथ साये की तरह रहेंगे IAS ऑफिसर, चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर
G20 Delhi शिखर सम्मेलन के लिए जी-20 के सदस्यों व आमंत्रित देशों के राष्ट्राध्यक्षों और विश्व बैंक आइएमएफ समेत करीब 14 संस्थाओं के प्रमुख आठ सितंबर की रात तक दिल्ली आ जाएंगे। नौ तारीख को प्रगति मैदान में सम्मेलन होना है। इस दौरान तमाम राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियां पूसा संस्थान का दौरा करेंगी यहां वे श्रीअन्न समेत भारतीय अनाज से रूबरू होंगी।
G20 Delhi : नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रीय राजधानी तैयार हो गई है। सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए करीब 26 देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली आ रहे हैं। इनमें कई राष्ट्र प्रमुख सप्तनिक आ रहे हैं। दो दिन चलने वाले शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों को देश की विरासत से रूबरू कराया जाएगा। राष्ट्राध्यक्षों व उनकी पत्नियों के साथ समन्वय करने के लिए भारतीय विदेश सेवा (आइएफएस) व वरिष्ठ आइएएस अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें दूसरे देशों में स्थित दूतावास में सेवा दे रहे अफसर भी शामिल हैं।
शिखर सम्मेलन के लिए जी-20 के सदस्यों व आमंत्रित देशों के राष्ट्राध्यक्षों और विश्व बैंक, आइएमएफ समेत करीब 14 संस्थाओं के प्रमुख आठ सितंबर की रात तक दिल्ली आ जाएंगे। नौ तारीख को प्रगति मैदान में सम्मेलन होना है। इस दौरान तमाम राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियां पूसा संस्थान का दौरा करेंगी, यहां वे श्रीअन्न समेत भारतीय अनाज से रूबरू होंगी।
वहीं, जयपुर हाउस स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में इनके लिए हैंडीक्राफ्ट की विशेष पर्दशनी आयोजित की गई है। इस दौरान प्रगति मैदान से लेकर तमाम कार्यक्रम स्थलों पर जाने के लिए राष्ट्राध्यक्षों व उनकी पत्नियों के साथ आइएफएस व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी साये की तरह साथ होंगे। सूत्रों के मुताबिक, तय प्रोटोकाल के तहत मुख्य कार्यक्रम स्थल प्रगति मैदान में 43 अधिकारियों का अमला राष्ट्राध्यक्षों के साथ रहेगा।
इसे इस तरह से बांटा गया है कि हर राष्ट्राध्यक्ष या संबंधित देश के प्रमुख नेता व तमाम संस्थानों के प्रमुखों के साथ एक अधिकारी जरूर रहे। ये अधिकारी संबंधित देशों व संस्थानों के बारे में पूूरी तरह परिचित होंगे ताकी उसी अनुरुप उनके साथ समन्वय किया जा सके। इसके साथ ही राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों का कार्यक्रम अलग से तय किया गया है तो उनके साथ 15 अधिकारियों की टीम होगी। राष्ट्राध्यक्षों व उनकी पत्नियों से बेहतर समन्वय के लिए इंग्लैंड, लैटिन अमेरिका, जर्मनी आदि देशों से आइएफएस भी बुलाए गए हैं। इनके साथ वरिष्ठ आइएएस अधिकारी भी होंगे।
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