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रेलवे व बैक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, फर्जी दस्तावेज जब्त, चार गिरफ्तार

प्रियंका व अमित गिरोह के मास्टरमाइंड हैं दोनों ने रिजल्ट जारी करने के लिए फर्जी वेबसाइट डिजाइन की थी। गिरोह में शामिल कुलदीप, प्रियंका व गौरव शंकर की तलाश की जा रही है।

By Amit MishraEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 08:25 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 10:38 PM (IST)
रेलवे व बैक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, फर्जी दस्तावेज जब्त, चार गिरफ्तार
रेलवे व बैक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, फर्जी दस्तावेज जब्त, चार गिरफ्तार

नई दिल्ली [जेएनएन]। क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को रेलवे व बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले चार बदमाशों को दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर बड़े अंतरराज्यीय गिरोह के रैकेट का पर्दाफाश किया है। आरोपियों ने महिपालपुर में फ्यूचर ट्री एविएशन एकेडमी प्रा. लि. नाम से अकादमी भी खोली थी। उन्होंने नौ को रेलवे व पांच को बैंक में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे मोटी रकम ठगी थी।

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एक करोड़ से ज्यादा की ठगी

पुलिस को शक है कि आरोपी 50 से अधिक युवाओं से करीब एक करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं। संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक, आरोपियों की पहचान अमित पाल (करनाल, हरियाणा), दिनेश कुमार (मुजफ्फरनगर, उप्र), मनोज यादव (महिपालपुर) व जितेंद्र उर्फ जीतू (जनकपुरी) के रूप में हुई है। इनमें से दिनेश को ठगी के अन्य मामले में 2015 में कनॉट प्लेस थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह तिहाड़ जेल में बंद है। 

फर्जी वेबसाइट की थी डिजाइन 

गिरोह में शामिल कुलदीप, प्रियंका व गौरव शंकर की तलाश की जा रही है। प्रियंका व अमित गिरोह के मास्टरमाइंड हैं, प्रियंका व गौरव ने रिजल्ट जारी करने के लिए फर्जी वेबसाइट डिजाइन की थी। वहीं, कुलदीप इस तरह के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, राजस्थान निवासी सतीश कुमार ने शिकायत दी थी कि उनसे व उनके दोस्तों से कुछ लोगों ने रेलवे व बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये ठग लिए हैं।

फर्जी नियुक्ति पत्र

पैसे लेने के बाद दस्तावेज आदि सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया गया। उन्हें तीन महीने के लिए ट्रेनिंग भी दी गई। उन्हें तनख्वाह के नाम पर 6,500-8,500 रुपये भी दिए गए। उन्हें बताया गया कि 90 दिन बाद उनके खाते में पूरी तनख्वाह के 40,000 रुपये आएंगे। ट्रेनिंग के दौरान शक होने पर आरोपियों से पैसे वापस मांगे गए तो वे फोन और कार्यालय बंद करके भूमिगत हो गए।

परीक्षा के बाद वेबसाइट पर नतीजे भी करते थे घोषित

आरोपी प्रति अभ्यर्थी सात से दस लाख रुपये लेकर नौकरी दिलाने की गारंटी देते थे। किसी को शक न हो इसलिए आरोपी एडवांस रकम लेने के बाद परीक्षा भी लेते थे और वेबसाइट पर युवाओं का रिजल्ट जारी कर देते थे। उसके बाद फर्जी नियुक्ति पत्र थमा ट्रेनिंग भी दी जाती थी।

फर्जी दस्तावेज जब्त

रेलवे व बैंक के फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद अकादमी के नाम से पंजाब नेशनल बैंक के दो खाते तथा सेंट्रल बैंक व कैनरा बैंक का एक-एक खाता सील कर दिया गया है। साथ ही ठगी के पैसे से खरीदी गई कुछ प्रॉपर्टी व आइ-20 कार भी जब्त कर ली गई है। महिपालपुर स्थित अकादमी में छापा मार बड़ी संख्या में रेलवे व बैंकों के नाम के फर्जी नियुक्ति पत्र, आयकर विभाग के तीन आइकार्ड, लैपटॉप, चार मोबाइल, रेलवे विभाग की फर्जी मुहर व अन्य कई फर्जी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। 

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