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Delhi News: दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल के सुरक्षा अधिकारी रहे सब इंस्पेक्टर ने व्यवसायी से वसूले 4 करोड़, पढ़ें पूरा मामला

Delhi News हितेश ने शिकायत में बताया कि डेढ़ साल पहले उनका परिचय पूर्व एलजी की सुरक्षा में तैनात एसआइ से हुआ था। एसआइ ने उन्हें बताया था कि वह एलजी का विश्वस्त अधिकारी है। दिल्ली पुलिस आयुक्त से भी अच्छे संबंध है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sun, 26 Jun 2022 10:13 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jun 2022 10:13 PM (IST)
विश्वास में लेने के लिए एसआइ ने उन्हें एलजी के साथ वाली बहुत सारी तस्वीरें भी दिखाई थीं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पूर्व उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल के सुरक्षा अधिकारी रहे दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर पर दक्षिणी दिल्ली के व्यवसायी हितेश भारद्वाज से चार करोड़ रुपये वसूलने का आरोप है। संपत्ति को लेकर पारिवारिक विवाद में 2013 में हितेश के पिता दीपक भारद्वाज की हत्या के कुछ साल बाद उनकी मां रमेश कुमारी की भी पंजाब में हत्या कर दी गई थी।

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उक्त दोनों मामलों में दिल्ली व पंजाब के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से पैरवी कर न्याय दिलाने के एवज में सब इंस्पेक्टर ने ऊंची पहुंच का धौंस देकर हितेश से रकम वसूली थी, लेकिन कोई सहायता न मिलने पर हितेश ने जब पैसे लौटाने को कहा तो एसआइ ने धमकाना शुरू कर दिया। पहले तो हितेश चुप रहे, लेकिन बैजल के सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त से शिकायत कर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई।

आरोपित सब इंस्पेक्टर की तैनाती इन दिनों चितरंजन पार्क थाने में बताई जा रही है। हितेश ने शिकायत में बताया कि डेढ़ साल पहले उनका परिचय पूर्व एलजी की सुरक्षा में तैनात एसआइ से हुआ था। एसआइ ने उन्हें बताया था कि वह एलजी का विश्वस्त अधिकारी है। दिल्ली पुलिस आयुक्त से भी अच्छे संबंध है। विश्वास में लेने के लिए एसआइ ने उन्हें एलजी के साथ वाली बहुत सारी तस्वीरें भी दिखाई थीं।

उसने कहा कि दिल्ली व पंजाब के सभी पुलिस अधिकारियों के अलावा दोनों जगहों की सरकारों के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों से भी उनके मधुर संबंध है। पारिवारिक लड़ाई में उसने पूरी मदद करने का भरोसा दिया। जिस पर हितेश ने कई किस्तों में उसे करीब चार करोड़ रुपये दे दिए। हितेश के पिता दीपक भारद्वाज बसपा से दिल्ली में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। 2013 में बदमाशों ने महिपालपुर स्थित फार्म हाउस में घुसकर दीपक भारद्वाज की गोली मार कर हत्या कर दी थी। यह हत्याकांड सुर्खियों में रहा था।

हत्या कराने का आरोप दीपक के दूसरे बेटे नितेश भारद्वाज पर लगा था, जिससे 2020 तक वह जेल में बंद रहा। दीपक की हत्या के कुछ साल बाद उनकी पत्नी की भी पंजाब में हत्या कर दी गई। अक्टूबर 2020 में हितेश की अर्जी पर पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर नितेश के खिलाफ पंजाब में मां की हत्या के मामले में भी मुकदमा दर्ज हुआ था।

दोनों भाइयों के बीच संपत्ति विवाद का मामला चल रहा है। इन्हीं दोनों मामलों में पैरवी के लिए हितेश की माडल टाउन में रहने वाले एक बड़े लाइजनर के माध्यम से सब इंस्पेक्टर से परिचय हुआ था। सब इंस्पेक्टर को चार करोड़ देने के बावजूद जब हितेश को कोई सहायता नहीं मिली तो उन्होंने पैसे लौटा देने की बात कही। इस पर एसआइ ने उन्हें धमकाया था।


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