Delhi Fire: विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के पास दुकान में लगी भीषण आग, इलाके में मची अफरा तफरी
विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के पास खाने-पीने की शॉप में रविवार सुबह भयंकर आग लग गई। आग लगने की सूचना पर मेट्रो का संचालन रुकवाया गया। मेट्रो स्टेशन के पास आग लगने से इलाके में अफरा तफरी का माहौल है। सूचना पर मौके पर दमकल की दो गाड़ियां आग बुझाने के लिए पहुंची हैं। विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के पास फूड कोर्ट में आग करीब एक घंटा पहले लगी थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उत्तरी जिला में रविवार को दो अलग-अलग जगहों पर आग लगने की घटना सामने आईं। दोनों घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ। पहली घटना में दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर चार के बाहर स्थित एक फूड वैन में आग लग गई।
आग लगते ही वैन के अंदर काम करने वाले करीब दस कर्मचारी तुरंत बाहर निकल आए। जिससे वे बाल-बाल बच गए। आग इतनी तेजी से फैली कि वैन जलकर पूरी तरह खाक हो गई। इस हादसे को लेकर मेट्रो के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा।
दो गाड़ियां दमकल की पहुंचीं
डीसीपी उत्तरी जिला राजा बांठिया के मुताबिक सुबह 10:55 बजे मौरिस नगर थाना पुलिस को सूचना मिली कि विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर चार के बाहर एक फूड वैन में आग लग गई। सूचना मिलती ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। कुछ ही देर में दमकल की भी दो गाड़ियां पहुंच गई।
दमकल कर्मियों ने करीब एक घंटे में आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले बिजली के उपकरण में लगी और तेजी से वैन में फैल गई। हादसे में किसी भी व्यक्ति को कोई चोट नहीं आई है।
मेट्रो स्टेशन के बाहर कई सालों से फूड वैन खड़ी थी। आग लगने से लाखों का नुकसान होने की बात बताई जा रही है। आग लगने के सही कारण का पता लगाया जा रहा है।
रूप नगर की दुकान में आग
वहीं, रूप नगर इलाके में दोपहर एक दुकान में लगी आग ने फैलते हुए तीन मंजिला इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलते ही दमकल की एक के बाद 20 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। पुलिस को दोपहर दो बजे सूचना मिली कि नांगिया पार्क इलाके में एक तीन मंजिला इमारत में आग लग गई।
पुलिस का कहना है कि इमारत के भूतल पर बंद दुकान में पहले आग लगी। दुकान में फर्नीचर और गैस सिलेंडर थे। फर्नीचर के कारण आग धीरे-धीरे बिल्डिंग में फैल गई लेकिन गनीमत रही कि गैस सिलेंडर नहीं फटा अन्यथा बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो सकती थी।
घटना के दौरान बिल्डिंग में आठ लोग मौजूद थे, जिन्हें सीढ़ियों के जरिए बाहर निकाल लिया गया। लोगों का आरोप है कि घटना की सूचना देने के काफी देर बाद फायर ब्रिगेड के कर्मी मौके पर पहुंचे। अगर फायरकर्मी समय पर पहुंच जाते तब अधिक नुकसान नहीं होता।
जूते की फैक्ट्री में भी लगी भीषण आग
आग लगने की तीसरी घटना कंझावला थाना अंतर्गत घेवरा में घटी। यहां एक जूते की फैक्ट्री में आग लग गई। आग लगते फैक्ट्री के अंदर मौजूद लोग तुरंत बाहर निकल आए। सूचना मिलते ही दमकल की 32 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। देर शाम तक फैक्ट्री परिसर में कूलिंग करने का काम जारी था।
दमकल विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक रविवार दोपहर 2:35 बजे घेवरा स्थित एक जूते की फैक्ट्री में आग लगने की जानकारी मिली। आग से फैक्ट्री में रखे लाखों के सामान जलकर खाक हो गया। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। यहां भी किसी के हताहत होने व घायल होने की कोई सूचना नहीं है। फैक्ट्री करीब पांच हजार गज में संचालित है।
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