Delhi News: राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट में भारत निर्मित पहले सर्जिकल रोबोट का प्राथमिक ट्रायल हुआ पूरा
दिल्ली स्थित राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (आरजीसीआई) में भारत निर्मित पहले सर्जिकल रोबोट का प्राथमिक ट्रायल पूरा किया गया है। इसके ल ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता । दिल्ली के रोहिणी स्थित राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर (आरजीसीआई) में भारत निर्मित पहले सर्जिकल रोबोट का प्राथमिक ट्रायल पूरा किया गया है। इसके लांच के समय से ही आरजीसीआई के मेडिकल डायरेक्टर डा. सुधीर रावल के दिशानिर्देश में इस रोबोटिक सिस्टम के प्रभाव को परखा जा रहा है।
पहले सर्जिकल रोबोट विकसित करने का प्रयास
इस मौके पर डा. सुधीर ने कहा कि देश में नवीनतम टेक्नोलाजी व इनोवेशन को विकसित करने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने की दिशा में आरजीसीआई सक्रिय सहभागिता निभा रहा है। इसके तहत देश में पहले सर्जिकल रोबोट को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस रोबोट के बनने के बाद रोबोटिक सर्जरी का खर्चा तिहाई रह जाएगा, जिससे इलाज का यह तरीका ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में होगा।
सर्जरी करने में होगी आसानी
डॉ. रावल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी ने जेनिटो यूरीनरी ट्रैक्ट (यूरोलाजी), गायनेकोलाजिकल कैंसर, जीआई कैंसर, सिर एवं गला तथा फेफड़े के कैंसर के मामले में न्यूनतम चीरफाड़ के साथ सर्जरी को पूरा करने का तरीका दिया है। इससे बेहद सटीक तरीके से सर्जरी कर पाना, सर्जरी के समय अंगों को स्पष्ट रूप से देखने की सुविधा और शरीर के अंदर छोटे से छोटे हिस्से तक पहुंच जैसी सुविधाएं हैं, जो रोबोटिक सर्जरी से मिली हैं।
आपरेशन के बाद दर्द रहित रिकवरी तय
उन्होंने यह भी कहा कि पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में रोबोटिक सर्जरी के कई लाभ हैं, जैसे इसमें बहुत छोटा चीरा लगाना पड़ता है, कम खून बहता है, कम दर्द होता है और घाव में संक्रमण की आशंका कम होती है। इन खूबियों के कारण सर्जरी आसान होती है और आपरेशन के बाद दर्द रहित रिकवरी सुनिश्चित होती है तथा मरीज को जल्दी डिस्चार्ज मिल जाता है।

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