Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के अगुआ रहे राकेश सिंह टिकैत पर छपकर आ गई किताब

    इस बीच राकेश टिकैत पर आधारित एक किताब भी छपकर आ गई है। किसान आंदोलन के विविध परिदृश्यों को ध्यान में रखकर प्रकाशित किया गया है। किताब के कवर पेज पर यूपी गेट पर आंदोलन के दौरान की भारी भीड़ उसके सामने खड़े राकेश टिकैत की फोटो लगाई गई है।

    By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Thu, 23 Sep 2021 03:22 PM (IST)
    Hero Image
    राकेश सिंह टिकैत के नाम से किताब छपकर आ गई है।

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली की सीमाओं पर बीते 10 माह से किसान आंदोलन चल रहा है। अलग-अलग सीमाओं पर किसान संगठनों के अलग-अलग गुटों ने जिम्मेदारी संभाल रखी है। यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शुरू से ही जमे हुए हैं। किसान आंदोलन ने अब तक आंदोलन के दौरान तमाम उठापटक देख लिए हैं, आंदोलन को अब 300 दिन पूरे हो चुके हैं। बुधवार को 300 दिन पूरे होने पर किसान आंदोलन के 300 दिन ट्रेंड भी करता रहा। इंटरनेट मीडिया पर कई तरह की तस्वीरें वायरल हुई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किसान आंदोलन से लोगों को जोड़े रहने के लिए राकेश और नरेश टिकैत यूपी के तमाम शहरों और जनपदों में पंचायत और सम्मेलन करते रहते हैं जिससे किसान इससे जुड़े रहे। मुजफ्फरनगर के बाद अब गाजीपुर, सुल्तानपुर जैसी जगहों पर सम्मेलन करके किसानों को जोड़ रहे हैं। इस बीच राकेश टिकैत पर आधारित एक किताब भी छपकर आ गई है। इस किताब में फिलहाल किसान आंदोलन के विविध परिदृश्यों को ध्यान में रखकर प्रकाशित किया गया है। किताब के कवर पेज पर यूपी गेट पर आंदोलन के दौरान की भारी भीड़ उसके सामने खड़े राकेश टिकैत की फोटो लगाई गई है। भारतीय किसान यूनियन के ट्विटर हैंडल से इस बारे में एक सूचना भी ट्वीट की गई है और किताब का कवर भी ट्वीट किया गया है।

    किताब के कवर पेज पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ है कि राकेश सिंह टिकैत, किसान आंदोलन के विविध परिदृश्य, फिलहाल इस किताब के अंदर के पन्नों पर क्या-क्या लिखा है? इसके बारे में कोई खास जानकारी नहीं है, उसके लिए किताब का विमोचन हो जाने के बाद उसे पढ़कर ही पता लग सकेगा। मगर किताब के बारे में जानने के लिए किसान आंदोलन से जुड़े लोग उत्सुक जरूर नजर आ रहे हैं। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चंडीगढ़ और हरियाणा में जाकर भी किसानों को अपने साथ जोड़ने में लगे हुए हैं।