संस्कृति की दें जानकारी, मतांतरण के जाल में फंसने से बचाना स्वजन की भी जिम्मेदारी: रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने द अनटोल्ड केरला स्टोरी पुस्तक विमोचन में कहा कि मतांतरण का जाल संगठित रूप से फैला है। बच्चियों को धर्म और संस्कृति का ज्ञान देना होगा परिवारों को संवाद बढ़ाना होगा। राज्यसभा सदस्य डा. सुधांशु त्रिवेदी ने एनआईए जांच और कानून की मांग की जागरूकता को जरूरी बताया।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली: ''द अनटोल्ड केरला स्टोरी'' केवल शब्दों का संग्रह नहीं, हजारों बच्चियों की चीख-पुकार है, जो हमारी आत्मा को झिंझोड़ने के लिए संकलित करके हमारे सामने रखी गई है।
मतांतरण का जाल समाज में संगठित तरीके से फैलाया गया है। इससे बच्चियों को बचाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं परिवार की भी है। हमें अपनी बच्चियों को धर्म और संस्कृति का ज्ञान देना होगा।
परिवार में संवाद का दायरा बढ़ाना होगा। ''गुड टच-बैड टच'' की तरह मतांतरण पर भी खुलकर बात करें। यह बातें मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में सोमवार को ''द अनटोल्ड केरला स्टोरी'' पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास ऐसा होना चाहिए कि हमारी बच्चियां ये कह सकें कि मानसिक, शारीरिक और वैचारिक रूप से उसे कोई अपने रंग में ढाल नहीं सकता। अपना रंग उस पर चढ़ा नहीं सकता।
अपनी आत्मरक्षा करते हुए वह देश के लिए खड़ी रह सकती है। वहीं राज्यसभा सदस्य डाॅ. सुधांशु त्रिवेदी ने भी कहा इस तरह के तमाम मामलों की एनआइए जांच हो और इन्हें कोर्ट तक ले जाया जाए।
सरकार इस पर कानून बनाए। केरल में हमारी सरकार नहीं है, फिर भी केंद्र सरकार जहां तक संभव हो नियम-कानून बनाए। तभी बच्चियों के मतांतरण पर रोक लगेगी। वहीं इस तरह की साजिश से बचाव के लिए जागरूकता भी जरूरी है।
धर्म और इतिहास की सही जानकारी से व केवल बच्चे अपनी संस्कृति पर गर्व करेंगे, बल्कि इस तरह की साजिशों से खुद का बचाव करने में भी सक्षम होंगे।
इस अवसर पर फिल्म निर्माता व निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह, लेखक द्वय सुदिप्तो सेन व अंबिका जेके, सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका, जी श्रीदाथन आदि उपस्थित रहे।
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