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    दिल्ली में फर्जी सब-इंस्पेक्टर गिरफ्तार, पुलिस पर झाड़ रहा था रौब; ऑनलाइन खरीदी थी वर्दी

    Updated: Thu, 14 Aug 2025 04:20 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने एक फर्जी सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है जो पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ रहा था। आरोपित लखपत सिंह नेगी नकली पुलिसकर्मी बनकर लोगों को डरा-धमका कर उगाही करता था। उसकी कार से फर्जी आईकार्ड वर्दी और नकली पिस्टल बरामद हुई। पूछताछ में उसने बताया कि वह रौब झाड़ने के लिए ऐसा करता था और उसने वर्दी ऑनलाइन मंगवाई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    मौर्या एंक्लेव थाना पुलिस ने एक फर्जी सब इंस्पेक्टर को दबोचा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। मौर्या एन्क्लेव थाना पुलिस ने एक फर्जी सब इंस्पेक्टर को पकड़ा है, जो खुद को दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर बताकर पुलिस कर्मियों पर ही रौब झाड़ रहा था। शक होने पर उससे पूछताछ हुई तो आरोपित इधर-उधर की बात करने लगा।

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    जब थाने लाकर पूछताछ की गई तो, पता चला कि आरोपित नकली पुलिसकर्मी बनकर लोगों को डरा-धमका कर उगाही करता था। आरोपित की हुंडई एक्सटर कार से दिल्ली पुलिस के चार फर्जी आईकार्ड, एसआइ की वर्दी, सर्विस पिस्टल की तरह दिखने वाली नकली पिस्टल।

    इसके अलावा कैप, पुलिस की फाइल, फर्जी समन, कोर्ट की फाइल व अन्य फर्जी सामान बरामद हुआ। जांच के बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसकी पहचान रोहिणी सेक्टर-20 निवासी लख्पत सिंह नेगी के रूप में हुई।

    पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि यह पिछले करीब दो साल से फर्जी सब इंस्पेक्टर बनकर घूम रहा था। इसके पिता सुरेंद्र सिंह नेगी सेना से सेवानिवृत्त हैं। पत्नी भी एक नामी कंपनी में नौकरी करती है। खुद आरोपित ग्रेजुएट है और पहले अकाउंटेंट की नौकरी करता था। उससे यह संतुष्ट नहीं था तो आरोपित फर्जी सब इंस्पेक्टर बन गया।

    उत्तर-पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह मौर्या एन्क्लेव थाने की टीम पीतमपुरा के केपी-ब्लाक में पेट्रोलिंग पर थी। इस बीच टीम ने एक व्यक्ति को संदिग्ध हालात में कार में बैठे हुए देखा।

    टीम ने उससे पूछताछ की तो आरोपित अपनी पहचान बताने से इंकार करने लगा। उससे कार से बाहर आने के लिए कहा गया तो वह आना-कानी करने लगा। बाद में वह खुद को द्वारका साइबर थाने में एसआइ बताने लगा। शक के आधार पर थाने लाने पर उसकी हकीकत का पता चल गया।

    पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि रौब झाड़ने के लिए वह खुद को पुलिस अधिकारी बताता था। उसने पुलिस की वर्दी, कैप और बाकी सामान ऑनलाइन मंगवाया था। बाकी फर्जी आइकार्ड एक जानकार की मदद से तैयार करवाए थे।

    पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इसने पुलिस की वर्दी और कितने लोगों के साथ ठगी की है।