पुलकित के ठिकाने से 20 फर्जी लेटर हेड बरामद, पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे
आरोपित की सचिव बताने वाली बहन है फरार। पुलिस टीम उसकी तलाश में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में दे रही है दबिश। कथक गुरु से अपराध शाखा ने पांच घंटे तक की पूछताछ।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कला एवं संस्कृति मंत्रालय का सचिव बताकर विभिन्न राज्यों में वीआइपी सुविधा लेने के आरोप में गिरफ्तार कथक गुरु पुलकित महाराज के ठिकाने से दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अलग-अलग मंत्रलयों के 20 फर्जी लेटर हेड बरामद किए हैं। शनिवार को अपराध शाखा ने रोहिणी-सेक्टर 18 स्थित कार्यालय में उससे पांच घंटे तक पूछताछ की।
पूछताछ में यह पता चला कि उसने तीन-चार स्थानों पर जिला प्रशासन से वीआइपी सुविधा ली थी। वह बड़े नेताओं तक अपनी पहुंच बताकर कई लोगों को बरगला चुका है। पुलिस अब पुलकित के बैंक खातों को खंगाल रही है। इससे यह पता चल सकेगा कि क्या उसमें कोई अवैध लेन-देन भी हुई है।
आरोपित की गिरफ्तारी के बाद से खुद को पुलकित की सचिव बताने वाली उसकी बहन पारुल फरार है। पुलिस की टीम उसकी तलाश में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में दबिश दे रही है। अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपित के साहिबाबाद स्थित शालीमार गार्डन के फ्लैट से पुलिस को अलग-अलग मंत्रलयों के करीब 20 फर्जी लेटर हेड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। कई फर्जी लेटर हेड पर आरोपित ने खुद को सचिव बताया हुआ है।
जांच में यह चला है कि पुलकित ने छत पर अवैध निर्माण कर नृत्य केंद्र बना रखा है। जब इसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया था तो उसने लोगों को अधिकारियों को पीएम और सीएम से संबंध होने और उनके साथ अपना फोटो दिखाकर उन्हें धमकाया था। पुलिस ने बताया कि आरोपित ने फर्जी लेटर भेजकर चार और जगहों पर वीवीआईपी सरकारी सुविधा पाने की बात स्वीकार की है।
बरामद लेटर हेड गत एक वर्ष के दौरान बनाए गए थे। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि पुलकित अभी तक कहां-कहां वीवीआइपी बनकर गया था और उसे किसने सरकारी सुविधा प्रदान की थी। वहां भेजे गए फर्जी दस्तावेज की भी पुलिस जांच करेगी।
अपराध शाखा ने बृहस्पतिवार को पुलकित महाराज को गिरफ्तार किया था। पुलकित कथक गुरु के नाम से देश-विदेश में मशहूर एक सेलिब्रेटी डांसर है। वह साहिबाबाद स्थित नृत्य केंद्र में शिष्यों को कथक नृत्य का प्रशिक्षण देता था।
पुलकित के घर आते थे कई नेता और अधिकारी
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में पहुंचे कथक डांसर पुलकित महाराज के मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को साहिबाबाद में दिनभर चर्चा रही कि पुलकित न सिर्फ फर्जी तरीके से रसूख का इस्तेमाल कर वीआइपी सुविधा लेता था बल्कि वह नेताओं को मंत्री पद दिलाने और पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों को पोस्टिंग कराने के नाम पर भी मोटी वसूली करता था। सूत्र बताते हैं कि कई नेता और अधिकारी उसके घर भी आते रहते थे।
नोटबंदी के दौरान आया था सुर्खियों में
मूल रूप से चंदौसी का रहने वाला पुलकित महाराज नोटबंदी के दौरान कई दिनों तक शालीमार गार्डन में भंडारा चलाकर सुर्खियों में आया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलग-अलग अभियानों की तस्वीर वाला अपनी शादी का कार्ड प्रकाशित कर वह मीडिया में छा गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलकित महाराज की बीते दिनों इंदिरापुरम में रहने वाली भाजपा पार्षद की किसी परचित के साथ मुलाकात हुई थी।
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