जानें- सही रणनीति के साथ आगामी जेईई मेन की तैयारी के लिए विशेषज्ञ के उपयोगी टिप्स
JEE Main 2022 Exam Preparation Tips जेईई के दो चरण होते हैं जेईई मेन और एडवांस। मेन प्रवेश स्तर की परीक्षा है। इसका स्कोर एनआइटी आइआइआइटी और अन्य समकक्ष इंजीनियरिंग संस्थानों द्वारा स्वीकार किया जाता है। जेईई मेन क्लियर करने के बाद ही जेईई एडवांस के लिए बैठ सकते हैं।

नई दिल्ली [अलख पांडे]। इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (फरवरी) 2022 के लिए नोटिफिकेशन इसी माह के अंत तक आधिकारिक वेबसाइट (Jeemain.nta.nic.in) पर जारी होने की उम्मीद है। इसी परीक्षा के माध्यम से देश के आइआइटी, एनआइटी समेत अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कालेजों के स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश मिलता है। यह परीक्षा हर साल चार सत्रों में (फरवरी, मार्च, अप्रैल व मई) में आयोजित की जाती है। आइये जानें, सही रणनीति के साथ आगामी जेईई मेन की तैयारी के लिए विशेषज्ञ के उपयोगी टिप्स…
जेईई के दो चरण होते हैं, जेईई मेन और एडवांस। मेन प्रवेश स्तर की परीक्षा है। इसका स्कोर एनआइटी, आइआइआइटी और अन्य समकक्ष इंजीनियरिंग संस्थानों द्वारा स्वीकार किया जाता है। एक बार जब आप जेईई मेन क्लियर कर लेते हैं, तो आपको जेईई एडवांस के लिए बैठना होता है, जो कि देश की प्रतिष्ठित आइआइटी में दाखिले के लिए अनिवार्य है।
जेईई मेन
जेईई मेन में तीन घंटे का पेपर होता है, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित के विषयों की आनलाइन परीक्षा ली जाती है। यह परीक्षा कुल 300 अंकों की है, इसमें सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए -1 दिया जाता है यानी गलत उत्तर देने पर एक चौथाई अंक काट लिये जाते हैं।
जेईई एडवांस
जेईई एडवांस भी आनलाइन परीक्षा है, जिसमें तीन घंटे की अवधि के दो पेपर होते हैं, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। ये प्रश्न मल्टीपल च्वाइस और न्यूमेरिकल वैल्यू आधारित होते हैं। इसका पेपर पैटर्न हर साल बदलता रहता है।
गेम चेंजर टिप्स
आगामी जेईई मेन को ध्यान में रखते हुए यहां एक्सपर्ट द्वारा बताए गये कुछ ऐसे टिप्स दिये जा रहे हैं, जिन पर अगर ठीक से अमल किया जाए, तो यह न सिर्फ गेम चेंजर साबित हो सकता है, बल्कि परीक्षा में सफलता भी सौ फीसदी निश्चित हो जाएगी-
1.अभ्यर्थियों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलती
जेईई प्रवेश परीक्षा के लिए एनसीईआरटी किताबों से फाउंडेशन तैयार होता है, लेकिन अक्सर स्टूडेंट यह सामान्य गलती करते हैं कि वे सीधे रेफरेंस बुक्स से पढ़ाई शुरू करते हैं। इससे उनकी बेसिक कांसेप्ट और थ्योरी पर मजबूत पकड़ नहीं बन पाती। एनसीईआरटी की किताबों से आपका बेस स्ट्रांग होता है, जो रणनीतिक तैयारी के लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि जेईई मेन के 60-70 प्रतिशत प्रश्न एनसीईआरटी की किताबों पर आधारित होते हैं।
2. कांसेप्ट को रटना गलत
अगर आप सिर्फ कांसेप्ट को रट रहे हैं, तो आप कभी भी पेपर में प्राब्लम को सॉल्व नहीं कर पाएंगे। थ्योरी के कांसेप्ट को रटने के बजाय समझने का प्रयास करें। इस तरह आपको एक ही थ्योरी पर अलग-अलग तरीके से प्रश्न पूछे जाने पर मदद मिलेगी और आप उनका उत्तर देने में सक्षम होंगे।
3. एक से अधिक तकनीक का उपयोग
जब भी आप किसी एक चैप्टर के प्रश्न हल कर रहे हों, तो प्रत्येक विषय के लिए 100 प्रश्नों को हल करने का प्रयास न करें, बल्कि किसी विशेष प्रश्न को कई तरीकों से हल करने का प्रयास करें। उदाहरण के लिए, गणित में कोआर्डिनेट ज्योमेट्री का उपयोग करके कैलकुलस की समस्याओं को हल किया जा सकता है और वेक्टर कैलकुलस का उपयोग करके किसी भी जटिल संख्या की समस्या को हल किया जा सकता है। इस तरह आपको किसी भी प्रश्न का हल वैकल्पिक तरीकों से करने में मदद मिलेगी। क्योंकि वास्तविक पेपर में कई बार ऐसा होगा, जब आप अपनी पसंदीदा कैलकुलेशन मैट्रिक्स का उपयोग करके किसी प्रश्न को हल नहीं कर पाएंगे। इसलिए किसी प्रश्न को हल करने के कई तरीकों को जानने से आपको परिणाम पर पहुंचने में मदद मिलेगी।
4.रिवीजन भी है जरूरी
आमतौर पर स्टूडेंट या तो बहुत अधिक रिवीजन कर लेते हैं या बिल्कुल भी नहीं करते। इसलिए बहुत जरूरी है कि एक बार जब आप एक चैप्टर को तैयार कर लें, तो दो-तीन घंटे के अंदर उसका दो बार रिवीजन जरूर कर लें। रिवीजन के लिए रिफरेंस बुक्स में प्रश्नों के हल ढूंढ़े, इससे आपको कांसेप्ट को और अच्छी तरह से समझने में मदद मिलेगी। कोशिश करें कि रिवीजन सिर्फ पढ़कर नहीं, बल्कि लिखकर करें।
5. माक टेस्ट लें
माक टेस्ट द्वारा खुद की तैयारी के स्तर को जांचें। अक्सर छात्र गलती यह करते हैं कि वे हल किये गए माक टेस्ट की समीक्षा नहीं करते। जब भी आप किसी पेपर को हल कर रहे हों, तो उन प्रश्नों या अध्यायों का विश्लेषण करने का प्रयास करें, जिनमें आप प्रश्न का उत्तर ढूंढ़ने में ज्यादा समय ले रहे हैं। इस तरह आपके पास उन विषयों की सूची होगी, जिन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। इस तरह प्रत्येक माक टेस्ट के साथ आप खुद को बेहतर होते हुए पाएंगे।
6.पेपर हल करने में अपनाएं स्मार्ट स्ट्रेटेजी
पेपर हल करने के समय स्मार्ट स्ट्रेटेजी भी विकसित करें। अगर पेपर में 50 प्रतिशत प्रश्नों को साल्व करने में आपको कोई प्राब्लम नहीं होती है, तो ऐसे में सबसे पहले उन सरल प्रश्नों को हल करें। कभी भी पेपर को क्रम से हल न करें। अपने माक पेपर को हल करते समय भी जिन प्रश्नों के उत्तर में ज्यादा समय लग सकता है, उनको सबसे अंत में हल करें ।
सही संदर्भ पुस्तकें चुनें
एक बार जब आप अपनी एनसीईआरटी की किताबों को अच्छी तरह से पढ़ लें, तब आप रेफरेंस बुक्स की ओर बढ़ें। ये पुस्तकें बुनियादी से लेकर उन्नत स्तर के प्रश्नों को कवर करती हैं। रेफरेंस बुक्स प्रैक्टिस के द्वारा कांसेप्ट के बारे में पूरी पकड़ बनाने में आपकी मदद करेंगी।
ऐसे सुधारें अपना स्कोर
परीक्षा से पहले आप अपना स्कोर सुधारने के लिए निम्नलिखित चीजें कर सकते हैं:
1. अभी के शेड्यूल के अनुसार, पहले दो-तीन हफ्तों में थ्योरी रिवीजन के लिए रोजाना चार-पांच घंटे का समय दें और थ्योरी पार्ट को खत्म करें। इन दो-तीन सप्ताहों के दौरान दिन के बचे हुए समय में उन विषयों से अधिक संख्या में प्रश्नों को हल करें, जिनमें आपको लगता है कि आप कमजोर हैं।
2.अगले 20 दिनों में, हर दूसरे दिन पूरे पाठ्यक्रम पर आधारित जेईई मेन या एडवांस टाइप का माक टेस्ट लें। उस दिन के बचे हुए हिस्से को पेपर के विस्तृत विश्लेषण और फिर से थ्योरी पढ़ने में लगाएं। इससे आपकी स्पीड और भी बेहतर हो जाएगी। आखिरी 14-15 दिनों में अपने पास उपलब्ध सभी अध्ययन सामग्री से विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें।
(लेखक फिजिक्सवाला के फाउंडर हैं)
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