एसजीटी यूनिवर्सिटी में स्थापित होगा सुधीर मिश्रा सेंटर फॉर ईएसजी, एनवायर्नमेंटल लॉ एंड क्लाइमेट चेंज
सेंटर का उद्देश्य अंतःविषय अनुसंधान और सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक रणनीतियों के माध्यम से पर्यावरणीय सामाजिक और शासन चुनौतियों का समाधान करना है। यह स ...और पढ़ें

एसजीटी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ लॉ में सुधीर मिश्रा सेंटर फॉर ईएसजी, एनवायर्नमेंटल लॉ एंड क्लाइमेट चेंज (एसएमसीईसी) की स्थापना की जाएगी। यह सेंटर देश के प्रसिद्ध पर्यावरण वकील सुधीर मिश्रा के नाम पर होगा।
विश्वविद्यालय ने एक पत्र में कहा कि यह सेंटर पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी), पर्यावरण कानून और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देगा। यह सेंटर एक थिंक टैंक और क्लाइमेट चेंज ईएसजी हब के रूप में भी काम करेगा।
एसजीटी यूनिवर्सिटी का विधि संकाय भारत में कानूनी शिक्षा के प्रमुख संस्थानों में से एक है। यह स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम प्रदान करता है। संकाय का पाठ्यक्रम छात्रों को कानूनी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आवश्यक सैद्धांतिक और व्यावहारिक कौशल प्रदान करता है।
सेंटर का उद्देश्य अंतःविषय अनुसंधान और सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक रणनीतियों के माध्यम से पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन चुनौतियों का समाधान करना है। यह सेंटर पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक भागीदारी और नीति-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस सेंटर की स्थापना सुप्रीम कोर्ट की सशक्त समिति से प्रेरित है, जिसने पिछले 20 वर्षों में देश भर में वनस्पतियों, जीवों और संरक्षित क्षेत्रों की निगरानी की है और कई महत्वपूर्ण आदेश पारित किए हैं।
सेंटर की स्थापना के बाद, यह दूतावासों, कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी विभागों और प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों के साथ सहयोग करेगा। एसजीटी यूनिवर्सिटी, ट्रस्ट लीगल के साथ मिलकर एसएमसीईसी को देश का अग्रणी ईएसजी, पर्यावरण और जलवायु कानून केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
विश्वविद्यालय की डीन, डॉ. ऋचा चौधरी ने कहा, "हम ट्रस्ट लीगल के साथ मिलकर काम करने और एसएमसीईसी को देश में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए उत्सुक हैं।"

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