दिल्ली में नया इलेक्ट्रिक बस डिपो खुला, DTC कर्मचारियों को मिलेगा घर
दिल्ली के हरि नगर में इलेक्ट्रिक बस डिपो का शिलान्यास हुआ। यहां 384 इलेक्ट्रिक बसों के लिए पार्किंग और 81 चार्जिंग पॉइंट होंगे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सरकार DTC बसों की संख्या बढ़ाएगी और इलेक्ट्रिक वाहन नीति लाएगी। उन्होंने पिछली सरकार पर DTC की उपेक्षा का आरोप भी लगाया और कर्मचारियों के लिए आवास बनाने की घोषणा की।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बहु-स्तरीय इलेक्ट्रिक बस डिपो का सोमवार को हरि नगर में शिलान्यास किया गया। इस बस डिपो में 384 इलेक्ट्रिक बसों के लिए पार्किंग, 81 चार्जिंग पॉइंट और 2,00,000 वर्ग फुट का व्यावसायिक क्षेत्र शामिल होगा। इस क्षेत्र में एक शॉपिंग मॉल की भी संभावना है।
शिलान्यास समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना और अगले साल तक डीटीसी बसों की संख्या 3,000 से बढ़ाकर 6,000 करना है। इस डिपो की योजना मूल रूप से पिछली आप सरकार के दौरान बनाई गई थी, लेकिन यह साकार नहीं हो पाई।
हरि नगर बस डिपो अत्याधुनिक चार्जिंग बुनियादी ढांचे से लैस होगा। डिपो में अतिरिक्त सुविधाओं में 324 कारों और 104 दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग शामिल है। डीटीसी कार्यालय और छात्रावास में 26,257 वर्ग फुट का क्षेत्र भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने डीटीसी कर्मचारियों के सामने आने वाली चुनौतियों, जिनमें पेंशन और रोज़गार के मुद्दे, और इलेक्ट्रिक बसों के रखरखाव शामिल हैं, पर प्रकाश डाला और आश्वासन दिया कि सरकार दीर्घकालिक समाधानों पर काम कर रही है। बस डिपो परियोजना का ज़िक्र करते हुए उन्होंने घोषणा की कि डीटीसी कर्मचारियों के परिवारों के लिए बेहतर आवास उपलब्ध कराने हेतु आवासीय कॉलोनियाँ विकसित की जा रही हैं।
पिछली सरकार के कार्यकाल की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने डीटीसी को वित्तीय संकट में डाल दिया और कर्मचारियों के कल्याण की लगातार उपेक्षा की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने दिल्ली की जीवन रेखा की उपेक्षा की, लेकिन हम इसे पटरी पर लाने के लिए काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार एक व्यापक और जन-हितैषी इलेक्ट्रिक वाहन नीति लाने की तैयारी कर रही है, जो ई-बसों, मेट्रो कनेक्टिविटी और अंतिम छोर तक परिवहन को एक निर्बाध प्रणाली में एकीकृत करेगी। इस अवसर पर परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह और कैबिनेट मंत्री आशीष सूद ने भी अपने विचार रखे।
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