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    दैनिक जागरण की खबर असर, 90 करोड़ से बने स्कूल का आखिर टूटा ताला, अब बच्चों को मिलेगा पढ़ाई का मौका

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 11:27 AM (IST)

    पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी में 90 करोड़ की लागत से बना स्कूल आखिरकार खुल गया है। दैनिक जागरण में मुद्दा उठने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की और 1 जुलाई से कक्षाएं शुरू हो गईं। फिलहाल छठी से आठवीं तक के विद्यार्थी ही पढ़ेंगे नौंवी से 12वीं तक की कक्षाएं 2026 में शुरू होंगी। अभिभावकों ने स्कूल खुलने पर ख़ुशी जताई।

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    90 करोड़ रुपये से बने स्कूल का टूटा ताला। जागरण

    शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली। पूर्वी दिल्ली में सुंदर नगरी में 90 करोड़ रुपये की लागत से बने स्कूल के गेट पर लगे ताले आखिरकार टूट गए हैं। विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं रहेंगे। एक जुलाई यानी आज से स्कूल में कक्षाएं शुरू हो गई हैं।

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    दैनिक जागरण ने 27 मई के अंक में स्कूल का मुद्दा गंभीरता से उठाया था। बताया था स्कूल का उद्धाटन हो गया है, गेट पर ताले लटके हैं और स्कूल में बिजली, पानी व सीवर कनेक्शन नहीं है। एक जुलाई से इस स्कूल में विद्यार्थी पढ़ाई कर सकेंगे। जागरण की खबर का असर हुआ और स्कूल विद्यार्थियों के लिए शुरू हुआ।

    स्कूल शुरू होने पर अभिभावकों ने जागरण का धन्यवादा किया। विद्यार्थियों के लिए स्कूल को सजाया गया है। जागरण की टीम सोमवार को स्कूल गई। इसमें छठी कक्षा से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी पढ़ाई करेंगे। यह वह विद्यार्थी हैं जो आसपास के स्कूल में पहले से पढ़ रहे थे, जगह की कमी की वजह से उन्हें इस नए स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

    सूत्रों ने बताया कि 12वीं कक्षा तक के लिए स्कूल चलाने के लिए सीबीएसई से एफिलिएशन लेना होता। यह तभी मिल पाता है जब स्कूल में स्थायी प्रधानाचार्य हो, क्योंकि एफिलिएशन की फाइल पर प्रधानाचार्य के साइन होने अनिवार्य होते हैं।

    वहीं, स्कूल को अब नए प्रधानाचार्य मिले हैं, फाइल एफिलिएशन के लिए सीबीएसई गई है। जिसमें समय लगेगा। इसलिए नौंवी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी 2026 में इस स्कूल में पढ़ाई कर सकेंगे। अभिभावक स्कूल से सवाल पूछ रहे हैं स्कूल का उद्धाटल करके लोगों की आंखो में धूल क्यों झोंकी गई। क्यों नहीं बताया कि सिर्फ छोटी कक्षा के विद्यार्थी ही पढ़ाई करेंगे।

    • एक पाली (शिफ्ट) में एक स्थायी प्रधानाचार्य व दस-दस शिक्षक दिए गए हैं।
    • दो हजार विद्यार्थी शुरुआत में शिक्षा हासिल करेंगे।
    • वर्ष 2003 में शिक्षा विभाग ने जमीन डीडीए से ढाई रुपये में 2.3 एकड़ जमीन ली थी
    • वर्ष 2016 में पुलिस व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जमीन को कब्जा मुक्त करवाया था।
    • जनवरी 2023 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका शिलान्यास किया था
    • नवंबर 2024 में तत्कालीन सीएम आतिशी ने बाल दिवस पर इसका उद्घाटन करते हुए दावा किया था 7 हजार विद्यार्थी पढ़ेंगे

    यह शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही है। स्कूल को वक्त पर सीबीएसई से एफिलिएशन लेना चाहिए था। विभाग की नकामी का खामियाजा बच्चें क्यों भुगतेंगे। - वीर सिंह धिंंगान, विधायक सीमापुरी