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    चाय बेचने वाले का कीपैड मोबाइल चोरी... बैंक खाते से उड़े 2.36 लाख रुपये; सच्चाई जान पुलिस ने पकड़ा माथा

    Updated: Fri, 20 Jun 2025 09:55 AM (IST)

    पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर में एक चाय विक्रेता का मोबाइल चोरी हो गया जिसके बाद उसके खाते से 2.36 लाख रुपये निकाल लिए गए। साइबर सेल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वेलकम निवासी मोहम्मद मोनिश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किए हैं और आगे की जांच जारी है।

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    दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पूर्वी दिल्ली में सीलमपुर बस स्टैंड के पास चाय की टपरी चलाने वाले शख्स का कीपैड का मोबाइल चोरी हो गया। मोबाइल नंबर बैंक से लिंक था। चाय बेचने वाले ने कभी उस नंबर से यूपीआई का इस्तेमाल नहीं किया था। ठग ने उस चोरी के मोबाइल की सिम से चाय वाले के खाते से खाते से 2.36 लाख रुपये निकाल लिए।

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    उत्तरी पूर्वी जिले के साइबर सेल ने ठग को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान वेलकम निवासी मोहम्मद मोनिश के रूप में हुई है। इसके पास से वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन व दो सिमकार्ड बरामद किए हैं। 35 हजार रुपये बैंक खाते में फ्रीज करवाए हैं। पकड़ा गया ठग बदमाशों से चोरी व झपटमारी के मोबाइल खरीदता था।

    जिला पुलिस ने बताया कि चार जून को सोनिया विहार निवासी गरीब नाथ गुप्ता ने साइबर थाने में 2.36 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि वह सीलमपुर में चाय की टपरी चलाते हैं और वहीं से 27 मई को उनका मोबाइल किसी ने चोरी कर लिया था। उनका मोबाइल नंबर बैंक में लिंक था। दो जून को अज्ञात ने बैंक खाते से रकम निकाल ली।

    थानाध्यक्ष राहुल कुमार के नेतृत्व में एसआई मोहित कुमार व कांस्टेबल अभिषेक की एक टीम बनाई। पुलिस ने उन बैंक खातों की पड़ताल की जिसमें रकम ट्रांसफर की गई थी। पुलिस जांच करते हुए उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद पहुंची। वहां एक शख्स से पूछताछ करने पर पता चला उसका मोबाइल भी सीलमपुर में चोरी हुआ था।

    पुलिस ने बैंक खातों व आइइएमआइ नंबर की तलाश जारी रखी। टेक्निकल सर्विलांस के जरिये ठग को वेलकम से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह चोरी के मोबाइल की सिम निकालकर चाेरी के दूसरे मोबाइल नंबरों में डालता था। वह उन मोबाइल नंबरों के जरिये यूपीआई अकाउंट बनाता था। जिसका नंबर बैंक से लिंक मिल जाता था, उसका खाता खाली कर देता था। आरोपित से पूछताछ कर पुलिस पता लगा रही है उसने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है।