अवैध पार्किंग का धंधा चलाने वालों पर निगम दर्ज कराएगा FIR, अफसरों को जल्द कार्रवाई के निर्देश
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की बैठक में अवैध पार्किंग अतिक्रमण और कबाड़ियों के आतंक जैसे मुद्दे उठाए गए। अधिकारियों को अवैध कबाड़ियों की दुकानें सील करने और अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए। अवैध मीट दुकानों और अवैध डेयरियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। पार्षदों ने सफाई के लिए संसाधनों की कमी का मुद्दा भी उठाया और चेयरमैन ने अधिकारियों को जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के शाहदरा दक्षिणी जोन कार्यालय में शुक्रवार को बैठक हुई। बैठक में पार्षदों ने अवैध पार्किंग, अतिक्रमण, कबाड़ियों के आतंक, अवैध मीट की दुकानों, पार्कों की खराब हालत का मुद्दा उठाया। सोमवार से निगम अधिकारी अवैध कबाड़ियों की दुकानों को सील करना शुरू कर देंगे। इसके साथ ही निगम शाम पांच बजे से आठ बजे के बीच हर वार्ड में जाकर अतिक्रमण हटाएगा।
भाजपा पार्षद रेणु चौधरी ने तो यहां तक आरोप लगाया कि उन्होंने अवैध मीट की दुकान बंद करवा दी थी। दस दिन बाद वह दुकान फिर खुल गई। पूछने पर अधिकारी कह रहे हैं कि वे इसकी जांच कराएंगे कि यह कैसे खुली।
उन्होंने कहा कि वे जनप्रतिनिधि हैं, उन्हें जनता को जवाब देना होता है। कुछ पार्षदों ने कहा कि अगर कोई पशु मर जाता है तो निगम उसे जल्दी नहीं उठाता।
चेयरमैन राम किशोर शर्मा ने कहा कि निगम को कुछ घंटों में ही पशु उठा लेना चाहिए। अगर जरा भी देरी होती है तो कुत्ते उसे नोचने लगते हैं, इलाके में हालात खराब हो जाते हैं। पार्षदों ने कहा कि मयूर विहार फेज-3, पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल के पास, गांधी नगर समेत कई जगहों पर अवैध पार्किंग चल रही है। चेयरमैन राम किशोर शर्मा ने कहा कि सभी अवैध पार्किंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बैठक के बाद जागरण संवाददाता ने चेयरमैन से पूछा कि करीब डेढ़ महीने पहले चेयरमैन और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछा गया था कि मैक्स अस्पताल के पास और गांधी नगर में अवैध पार्किंग चल रही है। इसकी अनुमति कहां है? अगर ये दोनों पार्किंग अवैध हैं, तो अधिकारियों ने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की? क्या इसमें आरपी सेल के अधिकारियों की मिलीभगत है?
क्या सिर्फ एफआईआर होगी या यह भी पता लगाया जाएगा कि किसके सहयोग से पार्किंग हो रही थी? अगर किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि का नाम सामने आता है, तो क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी? इस पर चेयरमैन ने कहा कि वह सोमवार को दोनों पार्किंग में जाकर दस्तावेजों की जांच करेंगे कि अनुमति है या नहीं।
... गोबर के कारण नालियाँ और सीवर जाम रहते हैं। बैठक में पार्षदों ने अवैध डेयरियों का मुद्दा भी उठाया। चेयरमैन ने अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश भी दिए। डेयरियों का मुद्दा पिछली बैठक में भी उठाया गया था और कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा।
प्रत्येक वार्ड में बनाए जा रहे तीन डॉग फीडिंग पॉइंट
बैठक में आवारा कुत्तों के लिए फीडिंग पॉइंट का मुद्दा भी उठाया गया। चेयरमैन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार फीडिंग पॉइंट चिह्नित किए गए हैं। आरडब्ल्यूए, जनप्रतिनिधियों और निगम अधिकारियों ने मिलकर इन्हें चिह्नित किया है। डॉग लवर्स कुत्तों को केवल उन्हीं फीडिंग पॉइंट पर खाना खिला सकते हैं। कहीं और नहीं।
पर्याप्त संसाधनों के साथ ही दिल्ली को कचरे से मुक्ति संभव
पार्षदों ने अपने वार्डों में सफाई के लिए संसाधनों की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पर्याप्त संसाधनों के साथ ही दिल्ली को कचरे से मुक्ति संभव है। ज़ोन चेयरमैन ने अधिकारियों से कहा कि 17 सितंबर से पहले अभियान को सफल बनाना है। शाम को इलाके में कचरा गाड़ियाँ भेजकर कचरा उठवाया जाए।
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