बुझ गया घर का चिराग: 36 घंटे बाद टूट गई मासूम की सांसें, जिगर के टुकड़े का चेहरा देख फूट-फूटकर रोए परिजन
पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में मकान गिरने से मलबे में दबे एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई जिससे मरने वालों की संख्या सात हो गई। पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में मकान की कमजोर निर्माण और दरारें पाई गईं हैं जिसके नमूने एफएसएल जांच के लिए भेजे गए हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली में वेलकम थाना क्षेत्र के जनता कॉलोनी में मकान गिरने पर मलबे में दबने से घायल हुए डेढ़ साल के बच्चे अहमद की 36 घंटे के बाद इलाज के दौरान रविवार शाम जीटीबी अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, हादसे में मरने वालों की संख्या छह से बढ़कर सात हो गई। बच्चे का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वेलकम थाना पुलिस ने मकान गिरने के मामले में बीट कॉन्स्टेबल की शिकायत पर लापरवाही से मौत, निर्माण कार्य के दौरान बरती गई लापरवाही, किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाने की धारा में केस दर्ज किया है।
वहीं, पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि मकान में दरार थी और निर्माण मजबूत नहीं था। मकान में कुछ माह पहले तक ड्राइक्लीन का काम भी होता था। पुलिस ने मकान के मलबे के सैंपल एफएसएल जांच के लिए भेजे हैं।
रविवार को निगम ने हादसे वाले स्थल से मलबा नहीं हटाया। हादसे में घायल परवेज, इसकी पत्नी शिजा, भाई नावेद व पड़ोसी गोविंद, इसकी पत्नी दीपा, बेटी ज्योति व दामाद रवि को इलाज के बाद छुट्टी दे दी। परिवार ने बताया कि हादसे में परवेज के बेटे अहमद के सिर व हाथ पर गंभीर चोट आई थी। जीटीबी अस्पताल में आइसीयू में भर्ती करवाया गया थी, हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर पर रखा हुआ था।
वहीं, रविवार शाम करीब सात बजे बच्चे की माैत हो गई। पुलिस का कहना है कि बच्चे का पोस्टमार्टम सोमवार को करवाया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।