Delhi Crime: ठगों को फर्जी बैंक खाते उपलब्ध करवाने वाला बीएससी पास युवक गिरफ्तार, जांच में जुटी पुलिस
पूर्वी दिल्ली के शाहदरा जिले में साइबर पुलिस ने गुरुग्राम से सत्यम कुलश्रेष्ठ नामक एक बीएससी पास युवक को गिरफ्तार किया है। सत्यम ठगों को फर्जी बैंक खाते मुहैया कराता था और ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर लोगों से ठगी करता था। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल और चैट बरामद की हैं जिससे पता चला है कि वह 50 से अधिक ठगों के संपर्क में था।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। शाहदरा जिले के साइबर थाना पुलिस ने गुरुग्राम के सेक्टर-11 से एक ऐसे बीएससी पास युवक को गिरफ्तार किया है जो ठगों को फर्जी बैंक खाते उपलब्ध करवाता था। आरोपित की पहचान आगरा निवासी सत्यम कुलश्रेष्ठ उर्फ सैम के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपित के पास से दो मोबाइल बरामद किए हैं, इसमें वाट्सएस व टेलीग्राम चैट मिली है। इस चैट से पता चला है कि आरोपित देश विदेश के 50 ठगों के संपर्क में था। यह आनलाइन गैमिंग कंपनी के लिए बैंक खाता खुलवाने का झांसा देकर पीड़ितों के बैंक खाता ले लिया करता था।
जिला पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि शाहदरा निवासी एक युवक की नेहा शर्मा नाम की एक युवती दोस्ती आन लाइट एप पर हुई।
युवती ने पीड़ित से कहा कि उसकी कंपनी निवेश करवाती है। अच्छा मुनाफा देती है। पीड़ित को पहले एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। बाद में 24 लाख रुपये निवेश करवा दिए। बाद में आरोपित युवती ने बात करना बंद कर दिया। पुलिस ने ठगी का केस दर्ज किया। थानाध्यक्ष विजय कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अमित धानी की एक टीम बनाई।
पुलिस ने उन बैंक खातों को खंगाला जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर करवाई गई थी। पुलिस एक खाताधारक तक पहुंची, उसने बताया कि उसने अपना खाता कमीशन पर सत्यम को दिया हुआ था। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये उसे गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने आगरा विश्वविद्यालय से बीएससी की हुई है।
इसके पिता एक कंपनी में सुरक्षा गार्ड हैं। आराेपित ने टिफिन सर्विस शुरू की थी, इस कारोबार में उसे घाटा हो गया था। उसे अपना एक पुराना परिचित मिला। उसने ठगों व फर्जी बैंक खातों के बारे में बताया। सत्यम ठगों से जुड़ गया। ठगों से उसे कमीशन मिलता था।
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