यमुना खादर में कहीं न हो जाए बड़ा हादसा! यमुना नदी ऊफान पर और 2500 स्थानीय लोग घर छोड़ने से कर रहे इंकार
यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से पूर्वी दिल्ली प्रशासन ने खादर में रहने वाले ढाई हजार लोगों को सुरक्षित जगह जाने को कहा है। प्रशासन चेतावनी दे रहा है पर लोग जगह छोड़ने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि जब पानी खादर में आएगा तब वे खुद ही चले जाएंगे। प्रशासन ने बोट क्लब को अलर्ट पर रखा है।

शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही मूसलधार वर्षा से यमुना उफान पर है। इसके बाद भी यमुना खादर में अवैध रूप से रहने वाले ढाई हजार लोग क्षेत्र को छोड़ने को तैयार नहीं है। पूर्वी जिला प्रशासन खादर में मुनादी करके लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने को कह रहा है। लेकिन यहां के लोग खतरा सिर पर आने का इंतजार कर रहे हैं। जगह छोड़ने को तैयार नहीं है।
अवैध रूप से रहने वालों को खदेड़ा
जून में प्रशासन ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर खादर में सर्वे किया था। इस सर्वे में पता चला था खादर में ढाई हजार लोग अभी भी अवैध रूप से झुग्गियों में रह रहे हैं। पिछले साल यह संख्या करीब 20 हजार थी। एलजी की सख्ती के बाद डीडीए ने खादर में अवैध रूप से रहने वाले लोगों को खदेड़ा था।
जरा भी चिंता नहीं
बृहस्पतिवार सुबह से ही पूर्वी जिला प्रशासन ने मोटर बोट व कर्मचारियों को क्षेत्रों में भेजकर जगह खाली करने को लेकर मुनादी करवाई। चेतावनी के बाद भी लोग अपनी जगह से हिले नहीं। बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग सब रह रहे हैं। उन्हें इस बात की जरा भी चिंता नहीं है कुछ दिनों पहले उत्तराखंड में बादल फटने से किस तरह की त्रासदी आई।
खादर में डूब गई थीं झुग्गियां
पुराना लोहा पुल से दिल्ली में यमुना का जलस्तर देखा जाता है। इस पुल के नीचे ही लोग अभी भी झुग्गी डालकर रह रहे हैं। मयूर विहार व डीएनडी के पास लोग झुग्गियों में रह रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से कह दिया है खादर में जब पानी आएगा, वह खुद चले जाएंगी। वर्ष 2023 में यमुना का जलस्तर काफी बढ़ गया था। पानी सड़कों तक आ गया था। खादर में झुग्गियां डूब गई थीं।
बोट क्लब को अलर्ट मोड पर
एसडीएम प्रीत विहार संदीप यादव ने कहा कि प्रशासन ने बोट क्लब को अलर्ट मोड पर रखा है। 14 स्थानों पर क्लब की बोट लगाई गई हैं। गोताखोरों को भी तैनात किया गया है। जहां भी जरूरत पड़ेगी, बोट व गोताखारों को वहां भेजा जाएगा। लोगों से अपील की जा रही है कि वह यमुना से दूर रहें।
दिल्ली में नहीं आएगी बाढ़
पूर्वी जिले के जिलाधिकारी अमोल श्रीवास्तव का कहना है...
"दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। चेतावनी स्तर को पार कर चुका है। जलस्तर लगातार बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है लेकिन दिल्ली में बाढ़ नहीं आएगी। सिंचाई विभाग ने कुछ माह पहले ही यमुना में खोदाई करके कुछ कट बनाएं थे, जिससे यमुना की धारा ठीक है। एक जगह पानी रूकेगा नहीं, बहता रहेगा। प्रशासन ने यमुना खादर व कश्मीरी गेट और मजनू टिला क्षेत्र में मुनादी करवानी शुरू कर दी है। यहां रहने वाले लोगों से अपील की जा रही है वह सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। जलस्तर खतरे के निशान 205.33 को पार करके 206 मीटर गया तो खादर में रहने वाले लोगों के लिए अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की जाएगी। शाहदरा जिलाधिकारी द्वारा पुराना लोहा पुल पर ट्रेन की आवाजाही बंद कर दी जाएगी।"
खतरे वाली कोई बात नहीं
"यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है लेकिन खादर में रहने वाले लोगों के लिए खतरे वाली कोई बात नहीं है। ज्यादा पानी बढ़ने के बाद ही क्षेत्र को खाली करके दूसरे स्थान पर जाएंगे।"
-कलावती, खादर निवासी।
क्षेत्र को खाली कर दिया जाएगा
"प्रशासन के कर्मचारियों ने मुनादी करके क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा है। पानी अभी नदी के क्षेत्र में है, खादर में पानी नहीं आया है। जब खादर में पानी आएगा, तब क्षेत्र को खाली कर दिया जाएगा।"
-संजीव, खादर निवासी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।