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    DUSU Chunav 2025 में दिखा NOTA का दबदबा, 23,674 छात्रों ने किसी भी उम्मीदवार को लायक नहीं समझा

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 11:48 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव 2025-26 में नोटा का व्यापक इस्तेमाल हुआ जिससे कई प्रत्याशियों को निराशा हाथ लगी। आइसा-एसएफआई गठबंधन ने कुछ सफलता प्राप्त की लेकिन कई प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले। अध्यक्ष उपाध्यक्ष सचिव और संयुक्त सचिव पदों पर कई उम्मीदवारों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा जबकि वाम छात्र संगठनों में उत्साह का माहौल है।

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    नोटा को रिकार्ड मतदान, कई प्रत्याशी पीछे छूटे।

    उदय जगताप, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव 2025-26 में नोटा भी खूब चला। चार पदों के लिए 23,674 छात्रों ने नोटा का बटन दबाया। इससे विद्यार्थियों का असंतोष भी साफ झलका।

    अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव सभी पदों पर कुछ प्रत्याशियों को नोटा से भी कम वोट मिले। इस साल ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) और स्टूडेंटस फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने गठबंधन किया था।

    इस बार यह गठबंधन काफी हद तक सफल रहा। उनके एक ही प्रत्याशी को नोटा से कम वोट मिले। पहले उनके प्रत्याशी इतने वोट हासिल नहीं कर पाते थे। गठबंधन के बाद से उनका वोट शेयर बढ़ रहा है।

    डूसू चुनाव में अध्यक्ष पद पर डाले गए 59882 वोटों में से नोटा को 3175 वोट डाले गए। अध्यक्ष पद पर 9 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें पांच प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले।

    अभिषेक को 535, योगेश मीणा को 514, राहुल को 724, दिव्यांशु यादव को 1513 और अनुज को 1028 वोट मिले। जबकि एबीवीपी, एनएसयूआई, आइसा-एसफआई व एक निर्दलीय प्रत्याशी को नोटा से अधिक वोट मिले।

    आइसा -एसएफआई की प्रत्याशी अंजलि को 5385 वोट मिले। निर्दलीय उमांशी लांबा को 5522 वोट हासिल हुए। उपाध्यक्ष पद पर 59869 कुल मतों में से 5820 छात्रों ने नोटा का बटन दबाया। इनमें आइसा-एसफआइ के सोहन को नोटा से भी कम वोट मिले, वह 4163 वोट ही हासिल कर सके।

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    सचिव पद के चार प्रत्याशियों के लिए डाले गए 59863 वोटों में से नोटा को सबसे अधिक 87365 वोट मिले। इनमें निर्दलीय प्रत्याशी मोहित को नोटो से भी कम 3067 वोट हासिल हुए। सचिव पद पर आइसा-एसएफआई की प्रत्याशी अभिनंदना ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 9535 वोट हासिल किए।

    इन वोटों से वाम छात्र संगठनों में उत्साह भर गया। संयुक्त सचिव पद पर नोटा को 7314 वोट मिले। इसमें नोटा से कम वोट इनसो से खड़ीं अक्षिता को 3397 और निर्दलीय अमीलिया अन्न वर्गेश को 1578 हासिल हुए।

    आइसा-एसफआई के अभिषेक को 8425 वोट हासिल हुए। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। एक पद को छोड़कर वाम छात्र संगठन तीसरे स्थान पर रहे। पिछले साल भी उनकी सचिव पद प्रत्याशी स्नेहा अग्रवाल ने 8806 वोट हासिल किए थे।

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