दिल्ली विश्वविद्यालय तैयार कर रहा उच्च शिक्षा का नया खाका, प्रत्येक कॉलेज में इनक्यूबेटर शुरू करने की योजना
दिल्ली विश्वविद्यालय ने कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में शैक्षणिक और ढांचागत विकास पर जोर दिया। एनईपी-2020 के तहत चौथे वर्ष के यूजी प्रोग्राम के लिए डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। छात्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक कॉलेज में इनक्यूबेटर शुरू करने की योजना है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में डीयू ने वैश्विक स्तर पर 328वां स्थान प्राप्त किया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत भविष्य की नींव रख रहा है। शनिवार को कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यकारी परिषद (ईसी) की 1276वीं बैठक में न केवल शैक्षणिक संरचना को सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया, बल्कि ढांचागत विकास, डिजिटल संसाधनों और वैश्विक मानकों की ओर बढ़ते कदमों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई।
चौथे वर्ष के यूजी प्रोग्राम के लिए पूरी तैयारी, आधुनिक सुविधाओं का वादा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के तहत स्नातक स्तर पर चौथे वर्ष के लिए डीयू पूरी तरह तैयार है। कुलपति के अनुसार, लगभग 60 प्रतिशत छात्रों के चौथे वर्ष में प्रवेश लेने की संभावना है। इसके लिए अत्याधुनिक सुविधाएं, डिजिटल लाइब्रेरी, 24x7 ई-रिसोर्सेस और वाइ-फाइ कनेक्टिविटी का विस्तार किया गया है। 65.71 करोड़ की लागत से यह डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।
कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया कि चौथे वर्ष के छात्रों को केवल नियमित शिक्षक ही पढ़ाएंगे, जबकि जूनियर कक्षाओं को अतिथि शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाएगा। ओवरटाइम कार्य के लिए शिक्षकों और गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों को उचित भुगतान देने की भी घोषणा की गई।
शिक्षा के साथ नवाचार: हर कॉलेज में इनक्यूबेटर और सेक्शन-8 कंपनियां
कुलपति ने प्रत्येक कॉलेज से एक-एक इनक्यूबेटर शुरू करने और सेक्शन-8 कंपनी की स्थापना करने का आह्वान किया ताकि छात्रों में उद्यमिता को बढ़ावा मिले।
329 करोड़ रुपये के फंड रिलीज के साथ विश्वविद्यालय में 17 परियोजनाएं प्रगति पर हैं, जिनमें डब्ल्यूयूएस हेल्थ सेंटर, तकनीकी संकाय भवन, सोशल सेंटर स्कूल, कंप्यूटर सेंटर और विज्ञान ब्लाक जैसे प्रमुख निर्माण शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, 40 से अधिक मरम्मत और रिनोवेशन प्रोजेक्ट्स पूरे हो चुके हैं। शंकर लाल हाल के पास एक सांस्कृतिक केंद्र, ढाका परिसर में छात्राओं और कामकाजी महिलाओं के लिए हास्टल और दक्षिण परिसर में नए शैक्षणिक भवन, हास्टल और गेस्ट हाउस के प्रस्तावों को भी ईसी से हरी झंडी मिल गई है।
रिनोवेशन और सुरक्षा पर भी फोकस
ढाका परिसर में पुराने भवनों के संरचनात्मक लेखा-परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर मरम्मत और पुनर्निर्माण की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। रेट्रोफिटिंग कार्यों की निगरानी के लिए एक विशेष उप-समिति का गठन किया गया है।
विश्वविद्यालय रेस्को माडल के तहत सोलर एनर्जी की ओर कदम बढ़ा रहा है। उत्तरी और दक्षिणी परिसर में सौर संयंत्र स्थापित करने के लिए एसईसीआइ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। फैकल्टी आफ सोशल साइंस में डा. बीआर आंबेडकर गार्डन और ऑडिटोरियम का नामकरण प्रस्तावित है। वहीं पूर्व छात्र और केंद्रीय मंत्री रहे अरुण जेटली के नाम पर छात्रवृत्ति योजना पर कार्य के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में डीयू ने जबरदस्त प्रगति की
कुलपति ने गर्व से बताया कि क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में डीयू ने जबरदस्त प्रगति की है। एम्प्लायमेंट आउटकम में डीयू दुनिया में 30वें स्थान पर है और भारत में पहले स्थान पर। कुल मिलाकर, डीयू का वैश्विक रैंक 328 रहा है।
पिछले साल की तुलना में ओवरआल स्कोर 33.8 से बढ़कर 42.6 पहुंच गया है, जो विश्वविद्यालय की शोध गुणवत्ता, नवाचार क्षमता और अंतरराष्ट्रीय पहचान में बढ़ोतरी को दर्शाता है।
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